Punjab News: 'वारिस पंजाब दे' का प्रमुख अमृतपाल पाल सिंह अभी भी फरार है। उसके पीछे पुलिस टीम लगी हुई हैं। अब तक 114 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। उनके कब्जे से 10 असलहे बरामद हुए हैं। छह आरोपियों के खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई की गई है।
सोमवार को पंजाब के आईजीपी सुखचैन सिंह गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस समय शांति है। अब तक सामने आए तथ्यों और परिस्थितियों के आधार पर ऐसा लगता है कि आईएसआई शामिल है। विदेशी फंडिंग का मामला सामने आ रहा है।
बुलेटप्रूफ जैकेट और राइफलें बरामद
आईजीपी ने कहा कि अमृतपाल के घर से बुलेटप्रूफ जैकेट और राइफलें बरामद हुई हैं। उसके घर के गेट पर एकेएफ यानी आनंदपुर खालसा फौज लिखा था। इसके नाम पर एक जत्थेबंदी बनाने की कोशिश की गई थी।
अब तक 114 को पकड़ा गया
उन्होंने कहा कि अब तक 114 तत्वों ने शांति और सद्भाव को भंग करने का प्रयास किया। उन्हें राउंडअप कर गिरफ्तार कर लिया गया है। उनमें से 78 को पहले दिन शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया, 34 को दूसरे दिन शनिवार को और दो अन्य को रविवार रात गिरफ्तार किया गया। 10 हथियार बरामद भी बरामद हुए हैं।
अमृतपाल के चाचा समेत 5 को डिब्रूगढ़ जेल भेजा गया
चार बंदियों को हिरासत के बाद असम के डिब्रूगढ़ भेज दिया गया। वे हैं दलजीत कलसी, बसंत सिंह, गुरमीत सिंह भुखनवाला और भगवंत सिंह। एक और बंदी, हरजीत सिंह जो अमृतपाल सिंह का चाचा है। उसे भी डिब्रूगढ़ भेजा जा रहा है।