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4 साल में 87 देश घूम चुके दिल्ली के 67 साल के Businessman; अब पत्नी भी साथ निकलीं वर्ल्ड टूर पर

नई दिल्ली: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में 67 साल एक ऐसा आयुवर्ग है, जिसमें या तो बंदा रब के पास चला जाता है या फिर चारपाई पर बैठकर कांपते हुए हाथों से चाय की प्याली थामते देखा जा सकता है। इसके उलट कुछ जुनूनी लोग दुनिया के लिए मिसाल बन जाते हैं। इन्हीं में […]

नई दिल्ली: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में 67 साल एक ऐसा आयुवर्ग है, जिसमें या तो बंदा रब के पास चला जाता है या फिर चारपाई पर बैठकर कांपते हुए हाथों से चाय की प्याली थामते देखा जा सकता है। इसके उलट कुछ जुनूनी लोग दुनिया के लिए मिसाल बन जाते हैं। इन्हीं में से एक नाम है अमरजीत सिंह चावला। बिजनेस बेटे के नाम करके एक अनोखे भ्रमण पर निकले दिल्ली के यह कपड़ा व्यापारी 4 साल में दुनिया के 87 देश घूम चुके हैं। इतना ही नहीं, अब अगले मिशन पर पत्नी भी साथ हो लीं। आइए टबर्न ट्रैवलर के नाम से मशहूर इस शख्स के बारे में कुछ और जानते हैं...
  • 7 जुलाई 2018 को 63 साल की उम्र में अपनी फॉर्च्युनर गाड़ी में दो दोस्तों के साथ किया था विदेश टूर प्लान

  • 17 हजार किलोमीटर तय कर लेने के बाद शूगर और कोलेस्ट्रोल की दिक्कत की वजह से 4 सितंबर 2018 को एस्टोनिया में बिगड़ी तबीयत

  • चार जुलाई 2019 को श्री गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर फिर से इस अनूठी यात्रा को शुरू किया

सरदार अमरजीत सिंह चावला मूल रूप से पंजाब के सरहदी महानगर अमृतसर के रहने वाले हैं। बरसों पहले चावला ने दिल्ली आकर पटेल नगर में कपड़े का बड़ा कारोबार खड़ा किया, लेकिन जवानी में पला घुमक्कड़ी शौक पीछे छूट गया। इसके बाद जब बेटा कारोबार संभालने लायक हो गया तो अपने शौक को पूरा करने के लिए अमरजीत सिंह चावला ने सारा कारोबार उसे सौंपकर विश्व भ्रमण की ठान ली। 7 जुलाई 2018 को 63 साल की उम्र में दो दोस्तों के साथ अपनी फॉर्च्युनर गाड़ी में विदेश टूर का प्लान बनाया और बंगला साहिब गुरुद्वारा में शीश नवाने के बाद दिल्ली से लंदन के लिए निकल पड़े। 30 देशों का 40 हजार किलोमीटर से ज्यादा का सफर करके नेपाल, चीन, तिब्बत, कार्गिस्तान, उज़्बेकिस्तान, कजाकिस्तान, रूस, एस्टोनिया, लातविया, फिनलैंड, स्वीडन, नॉर्वे, डेनमार्क , जर्मनी, नीदरलैंड, बेल्जियम, चेक रिपब्लिक , हंगरी, पोलैंड, स्लोवेनिया, स्लोवाकिया, स्विजरलैंड, इटली, स्पेन, पुर्तगाल, फ्रांस से होते हुए 7 जनवरी 2019 को लंदन पहुंचे। अमरजीत बताते हैं कि 17 हजार किलोमीटर तय कर लेने के बाद शूगर और कोलेस्ट्रोल की दिक्कत की वजह से 4 सितंबर 2018 को एस्टोनिया में उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। एक बार तो लकवे की आशंका और ब्रेन क्लॉट के लक्षणों से वह सहम उठे, लेकिन दोस्त साथ थे। कार वहीं पार्क करके उनकी मदद से भारत वापस आए। ट्रीटमेंट के बाद चार जुलाई 2019 को श्री गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर फिर से इस अनूठी यात्रा को शुरू किया। फिर से एस्टोनिया पहुंचे और आगे बढ़ने लग गए। अब जबकि अमरजीत सिंह चावला लगभग 4 साल में दुनिया के 87 देशों का भ्रमण कर चुके हैं तो अब आनंदपुर साहिब में माथा टेककर एक बार फिर आगे के सफर पर निकले हैं। अब उनके साथ साथ उनकी जीवसंगिनी पत्नी गुरशरण कौर भी अगले वर्ल्ड टूर प्लान में साथ निल पड़ी। करीब ढाई साल के सफर पर अपनी गाड़ी से निकले टर्बन ट्रैवलर अमरजीत सिंह चावला ने अपने अगले टारगेट के बारे में बताया कि वह दुनिया के सातों महाद्वीपों में घूमकर आएंगे। उनका उद्देश्य विभिन्न देशों की संस्कृति को जानना और उन्हें भारत की संस्कृति के बारे में बताना है।

आती हैं खाने-पीने में बदलाव की दिक्कतें, चीन में तो बड़ी मुश्किल से किया भूख पर कंट्रोल

उम्र के इस पड़ाव में सफर के सवाल पर अमरजीत कहते हैं कि उनके लिए उम्र सिर्फ एक नंबर है, इससे बढ़कर कुछ भी नहीं। हां थोड़ा दूसरे देशों में खान-पान में बदलाव की वजह से थोड़ी-बहुत दिक्कत की बात वह जरूर मानते हैं। कपड़े और खाने का सामान वह साथ ये लेकर चलते अमरजीत कहते हैं कि चूंकि वह शाकाहारी हैं तो कई बार खाने-पीने की दिक्कत होती थी। टर्बन ट्रैवलर अमरजीत के अनुसार उन्होंने चीन में अपनी भूख को बड़ी मुश्किल से कंट्रोल किया। वहां हर चीज नॉन वैजिटेरियन मिलती थी। यहां तक कि दूध और मक्खन भी याक का होता है, जिसमें एक अजीब सी गंध आती है। फिर चीन से निकलने के बाद एक शाकाहारी रेस्टोरेंट में भरपेट खाना खाया। जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है।


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