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पंजाब सीएम मान और केजरीवाल के खिलाफ चंडीगढ़ में शिकायत दी, छवि खराब करने का आरोप

Punjab News: पंजाब सीएम भगवंत मान, आप पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल समेत कई नेताओं पर कांग्रेस विधायक प्रताप बाजवा ने छवि खराब करने को लेकर शिकायत दी है। इस संबंध में बाजवा की ओर से लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है।

कांग्रेस विधायक प्रताप बाजवा (Pic Credit- Social Media X)
Pratap Bajwa news: पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता, विधायक प्रताप सिंह बाजवा ने सीएम समेत आप के कई नेताओं पर शिकायत दी है। शिकायत में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, वित्त मंत्री हरपाल चीमा, कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा और उनके सहयोगियों के खिलाफ चंडीगढ़ पुलिस के पास औपचारिक शिकायत दर्ज करवाई है। बाजवा ने उन पर उनकी राजनीतिक छवि खराब करने के इरादे से छेड़छाड़ किए गए वीडियो बनाने और प्रसारित करने का आरोप लगाया है। सेक्टर 3 पुलिस स्टेशन के एसएचओ को दी गई अपनी लिखित शिकायत में बाजवा ने आरोप लगाया है कि 25 जून 2025 को उनके द्वारा पोस्ट किया गया एक वीडियो, जिसमें महिला विधायक गनीव कौर मजीठिया और पूर्व विधायक सुखपाल सिंह खैरा के खिलाफ पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के कथित दुर्व्यवहार की आलोचना की गई थी को संपादित करके कौर का संदर्भ हटा दिया गया है। [videopress F9pza2Tw]

एडिटेड वीडियो शेयर करने का आरोप

बदले हुए वीडियो से कथित तौर पर ऐसा प्रतीत होता है जैसे बाजवा बिक्रम सिंह मजीठिया का समर्थन कर रहे थे, जो वर्तमान में पुलिस हिरासत में हैं। बाजवा ने कहा कि छेड़छाड़ किए गए वीडियो को आप नेताओं ने जनता को गुमराह करने और उनकी और कांग्रेस पार्टी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से व्यापक रूप से साझा किया। ये भी पढ़ेंः आप नेता मनीष सिसोदिया का मोबाइल नंबर एक्टिव कर ठगी, पटियाला पुलिस ने किया ये खुलासा

विजिलेंस की कार्रवाई से ध्यान हटाना मकसद

उन्होंने दावा किया कि इसका उद्देश्य पंजाब सतर्कता ब्यूरो के अधिकारियों की गैरकानूनी कार्रवाइयों से ध्यान हटाना था जिसमें एक महिला विधायक के घर में एंट्री से जुड़े कथित दुर्व्यवहार भी शामिल है। इस शिकायत में, उन्होंने एक पेन ड्राइव लगाई है जिसमें मूल और कथित रूप से एडिटेड वीडियो दोनों है। बाजवा ने पुलिस से भारतीय न्याय संहिता 2023 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत एक प्राथमिकी दर्ज करने और उनकी सार्वजनिक छवि को खराब करने के लिए राजनीति से प्रेरित प्रयास के रूप में तत्काल जांच शुरू करने का आग्रह किया गया है। ये भी पढ़ेंः पंजाब बना देश का पहला राज्य, जहां हर परिवार को मिलेगा 10 लाख रुपये का फ्री इलाज


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