TrendingT20 World Cup 2026Bangladesh ViolencePollution

---विज्ञापन---

लोकसभा चुनाव से पहले शरद पवार के पोते को बड़ा झटका, ED ने की बड़ी कार्रवाई

Rohit Pawar ED Raid : देश में कुछ ही दिनों में लोकसभा चुनाव 2024 का महासमर शुरू होने वाला है। इससे पहले शरद पवार के पोते रोहित पवार को बड़ा झटका लगा है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रोहित पवार की कंपनी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। जांच एजेंसी ने 50 करोड़ 20 लाख की संपत्ति जब्त की।

शरद पवार के पोते रोहित पवार को लगा बड़ा झटका।
Rohit Pawar ED Raid : लोकसभा चुनाव 2024 से पहले महाराष्ट्र में शरद पवार के पोते और विधायक रोहित पवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने बारामती एग्रो कंपनी की संपत्ति जब्त की है, जिसके मालिक रोहित पवार हैं। चुनाव से पहले ईडी की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है। शिखर बैंक घोटाला मामले में ईडी लगातार छापेमारी और जांच पड़ताल कर रही है। इस मामले में जांच एजेंसी मुंबई में रोहित पवार से भी पूछताछ कर चुकी है। रोहित पवार की कंपनी बरामाती एग्रो ने जिस कन्नड़ शुगर फैक्ट्री को खरीदा था, उसे ईडी ने शुक्रवार को जब्त कर लिया। इस फैक्ट्री की वर्तमान कीमत 50 करोड़ 20 लाख मानी जा रही है, जोकि 161 एकड़ जमीन पर फैली हुई है। यह भी पढे़ं : शरद पवार ने सीएम और दोनों डिप्टी सीएम को क्यों बुलाया? सियासी गलियारों में सुगबुगाहट तेज जानें क्या है शिखर बैंक घोटाला मामला शिखर बैंक के साथ 2 हजार 61 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई थी। करीब 15 साल पहले शिखर बैंक ने 23 सहकारी शुगर मिलों को लोन दिया और जब ये मिलें घाटे में चली गईं तब कुछ नेताओं ने इन फैक्ट्रियों को खरीद लिया। इसके बाद भी फिर शिखर बैंक की ओर से शुगर मिलों को लोन दिया गया। उस वक्त इस बैंक के निदेशक बोर्ड में अजित पवार थे। इसी मामले में रोहित पवार की कंपनी बरामाती एग्रो ने कन्नड़ सहकारी चीनी फैक्ट्री खरीदी थी। यह भी पढे़ं : ‘बाघ की खाल पहनने से बिल्ली…’, महाराष्ट्र के मंत्री ने उद्धव-शरद को दी बड़ी चुनौती कौन हैं रोहित पवार रोहित पवार शरद पवार के काफी खास माने जाते हैं। अजित पवार के अलग होने के बाद वे शरद पवार के साथ खड़े रहे। शरद के बड़े भाई अप्पा साहेब के पोते रोहित पवार हैं। वे साल 2017 में बारामती से जिला परिषद का चुनाव जीते और फिर उन्होंने 2019 में कर्जत जामखेड से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। उन्होंने फडणवीस सरकार के मंत्री राम शिंदे को पराजित किया था।


Topics:

---विज्ञापन---