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Mumbai Pune Expressway पर 3 घंटे का सफर 1 घंटे में होगा पूरा, जानें कितना लगता है टोल

Mumbai Pune Expressway : ऐसे तो भारत में कई एक्सप्रेसवे हैं, लेकिन मुंबई पुणे एक्सप्रेसवे को देश का सबसे तेज और महंगा एक्सप्रेसवे माना जाता है। आइए जानते हैं कि क्या है इसके पीछे की वजह?

Mumbai Pune Expressway
Mumbai Pune Expressway : मुंबई पुणे एक्सप्रेसवे को देश का सबसे तेज और महंगा एक्सप्रेसवे माना जाता है। ऐसे तो मुंबई से पुणे आने-जाने में 3 घंटे लगते हैं, लेकिन इस एक्सप्रेसवे के जरिए यह सफर सिर्फ 1 घंटा का रह गया, जिससे लोगों की टाइमिंग बचती है और वे आराम से मुंबई से पुणे आ जा सकते हैं। सह्याद्री पर्वत, कई सुरंगों और सुंदर हरे-भरे परिवेश के लुभावने दृश्यों से एक्सप्रेसवे सुशोभित होगा। अब सवाल उठ रहा है कि क्या यह एक्सप्रेसवे सबसे महंगा है? सबसे तेज एक्सप्रेसवे का निर्माण 6 लेन वाला यह एक्सप्रेसवे मुंबई और पुणे को कनेक्ट करता है। मुंबई पुणे एक्सप्रेसवे जो तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सपना था, 2002 में शुरू किया गया था। एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्यों में 22 साल लगे और आने वाले महीनों में इसमें दो और लेन जोड़ी जाएंगी। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारी एक्सप्रेसवे के हर तरफ एक लेन जोड़ने की योजना बना रहे हैं, जिसके लिए 100 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता होगी। नए लेन जोड़ने का मकसद कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे में सुधार करना है। मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर अधिकतम स्पीड केवल 100 किमी प्रति घंटा है। इस एक्सप्रेसवे के बारे में सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि यह देश का पहला 6 लेन वाला राजमार्ग है। यह भी पढ़ें : कहां बन रहा देश का पहला साउंड प्रूफ एक्सप्रेसवे? जानें क्या है इसकी खासियत दो शहरों को जोड़ता है ये एक्सप्रेसवे मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे को यशवंतराव चव्हाण एक्सप्रेसवे के नाम से जाना जाता है। इसका निर्माण महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) द्वारा किया गया था। 6 लेन वाला यह एक्सप्रेसवे दो बड़े शहरों को जोड़ते हुए लगभग 95 किलोमीटर की दूरी तय करता है। मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे नवी मुंबई के कलंबोली से शुरू होकर पुणे के किवाले तक जाता है। जब इस एक्सप्रेसवे को बनाने का विचार आया तो महाराष्ट्र के पीडब्ल्यूडी मंत्री नितिन गडकरी ने किसी भी निजी कंपनी को टेंडर की अनुमति नहीं दी थी। इसके निर्माण पर करीब 16,300 करोड़ रुपये खर्च हुए। यह भारत का पहला एक्सप्रेसवे था, जिसने सड़क मार्ग से यात्रा करने के लिए नए मानक स्थापित किए। एक्सप्रेसवे के दोनों ओर 3 लेन कंक्रीट सर्विस रोड हैं। यह भी पढ़ें : Mumbai-Pune Expressway: 1 अप्रैल से टोल में 18% की बढ़ोतरी, नई कीमतें यहां देखें क्यों सबसे महंगा है यह एक्सप्रेसवे भारत में 20 से ज्यादा एक्सप्रेसवे हैं, जिन्हें राज्य और केंद्र सरकार दोनों ही फंड देते हैं। सभी एक्सप्रेसवे की तुलना में मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर देश में सबसे ज्यादा टोल लगता है। टोल दरें काफी चौंकाने वाली हैं। कार से एक बार की यात्रा के लिए 336 रुपये टोल लिए जाते हैं, जो लगभग 3.40 रुपये प्रति किलोमीटर है। यह 2.40 रुपये प्रति किलोमीटर के औसत शुल्क की तुलना में 1 रुपये अधिक है। जैसे-जैसे डिजिटल इंडिया ने फास्टैग सिस्टम को अपनाया, ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जब यात्रियों को अपने फास्टैग में पर्याप्त बैलेंस न होने पर भारी जुर्माना देना पड़ा।


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