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मुंबई में भिड़े ओवैसी के नेता, इम्तियाज जलील की प्रेस कॉन्फ्रेंस में हंगामा, कार्यकर्ताओं ने लगाया बड़ा आरोप

Maharashtra Assembly Election : महाराष्ट्र में अगले कुछ महीनों के अंदर विधानसभा चुनाव होने हैं। इसे लेकर राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी रणनीति बना रही हैं। इस बीच मुंबई में ओवैसी के नेता और कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। आइए जानते हैं कि क्या पूरा मामला?

मुंबई में ओवैसी के नेता भिड़े।
Maharashtra Assembly Election : मुंबई में AIMIM की प्रेस कॉन्फ्रेंस में जमकर बवाल हुआ। पूर्व सांसद और AIMIM के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष इम्तियाज जलील की प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेता एवं कार्यकर्ता आपस में ही भीड़ गए और जलील का जमकर विरोध किया। दरअसल, मुंबई के नागपाड़ा इलाके में इम्तियाज जलील मीडिया को संबोधित कर रहे थे। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस AIMIM की मुंबई इकाई में बदलाव और आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर आयोजित की गई थी, जिसमें पार्टी के कार्यकर्ता आपस में ही भीड़ गए और गालीगलौज करने लगे। क्यों हुआ विवाद ? दरअसल, AIMIM की मुंबई अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे फैयाद अहमद को पद से हटा दिया गया। उनकी जगह रईस लशकरिया को मुंबई अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। बताया जा रहा है कि पद से हटाए जाने से नाराज फैयाद अहमद और उनके समर्थकों ने जलील के प्रेस कॉन्फ्रेंस जमकर हंगामा और गालीगलौज की। फिर AIMIM को बीजेपी और एकनाथ शिंदे का B टीम बताते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस से उठकर चले गए। यह भी पढ़ें : फिर बारामती में पवार Vs पवार? चुनाव को लेकर अजित ने चला बड़ा दांव तो शरद ने बनाया ये प्लान जलील बोले- जो हुआ वो गलत था हंगामे के बाद पूर्व सांसद इम्तियाज जलील ने कहा कि आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस पॉलिटिकल डेवलपमेंट को लेकर थी। आगामी विधानसभा चुनाव के प्लान पर बात करनी थी, लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो कुछ भी हुआ वो नहीं होना चाहिए था। फैयाद ने मुंबई में अच्छा काम किया। उन्होंने अपनी मर्जी से अध्यक्ष पद छोड़ा, क्योंकि उन्हें चुनाव लड़ना है। उन्होंने ही रईस लशकरिया को मुंबई अध्यक्ष बनाया। फैयाद से सारी बातें पहले ही हो चुकी हैं, प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो कुछ भी हुआ वो नहीं होना चाहिए था। इस पर अब असदुद्दीन ओवैसी फैसला लेंगे। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि वे इंडिया गठबंधन के साथ चुनाव लड़ना चाहते हैं। MVA को एक बार फिर ऑफर दिया कि चुनाव साथ मिलकर लड़ा जाए, ताकि भाजपा की सरकार को दोबारा आने से रोका जाए।


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