TrendingYear Ender 2025T20 World Cup 2026Bangladesh Violence

---विज्ञापन---

देवेंद्र फडणवीस नहीं देंगे इस्तीफा! अमित शाह बोले- सरकार में बने रहिए, परफॉर्म कीजिए

Amit Shah-Devendra Fadnavis Meeting : इस बार लोकसभा चुनाव के रिजल्ट में कोई भी पार्टी बहुमत के आंकड़ों को छू नहीं पाई। देश में एनडीए गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। महाराष्ट्र में भाजपा के खराब प्रदर्शन पर देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफे की पेशकश की, जिसे होल्ड कर दिया गया है।

Amit Shah-Devendra Fadnavis Meeting
Devendra Dadnavis Resignation News : लोकसभा चुनाव 2024 में इस बार एनडीए का महाराष्ट्र में भी प्रदर्शन खराब रहा, जहां भारतीय जनता पार्टी को कम सीटें मिली हैं। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने पार्टी के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की। सूत्रों का कहना है कि हाईकमान ने फडणवीस को अपना इस्तीफा रोकने के लिए कहा है। अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस के बीच हुई बैठक दिल्ली में शुक्रवार को एनडीए के संसदीय दल की बैठक हुई। इसके बाद देवेंद्र फडणवीस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके घर पर मुलाकात की, जहां दोनों के बीच लंबी बातचीत चली। भाजपा सूत्रों ने बताया कि अमित शाह ने देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र सरकार में बने रहने और काम जारी रखने को कहा। साथ ही शाह ने फडणवीस को अपना इस्तीफा होल्ड करने को कहा। यह भी पढ़ें : क्या यूपी में हार से नाराज हैं नरेंद्र मोदी? संसद में पीएम ने सीएम योगी को किया इग्नोर, देखें Video राज्य में फिर से पार्टी को जिंदा करने का हुआ फैसला दोनों नेताओं की वार्ता में यह भी फैसला हुआ कि राज्य में भाजपा को फिर से जिंदा करेंगे, इसके लिए शाह ने फडणवीस को विस्तृत कार्य योजना तैयार करने को कहा है। वहीं, देवेंद फडणवीस के इस्तीफे की पेशकश को लेकर सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं। शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने कहा था कि सीएम योगी आदित्यनाथ पर दबाव बनाने के लिए यह एक चाल है। यह भी पढ़ें : नरेंद्र मोदी को मिला NDA का साथ, चुने गए संसदीय दल के नेता, देखें Video जानें महाराष्ट्र में एनडीए को कितनी मिलीं सीटें आपको बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा और अविभाजित शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था और गठबंधन ने महाराष्‍ट्र में 48 में से 41 सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार एनडीए यानी महायुति को बड़ा झटका लगा। जहां भाजपा को 9 सीटें मिलीं तो वहीं शिंदे गुट की शिवसेना के खाते में 7 सीटें आईं, जबकि अजित पवार गुट की एसीपी को 1 सीट पर संतोष करना पड़ा।


Topics:

---विज्ञापन---