Devendra Fadnavis Raj Thackeray Meeting: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री बनने के बाद सोमवार को देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे से मुलाकात की। दोनों नेताओं की मुलाकात शिवतीर्थ यानीं की राज ठाकरे के निवास स्थान पर हुई है। कुछ दिन पहले ही राज ठाकरे ने वर्ली इलाके में पार्टी के पदाधिकारियों के सम्मेलन में भाजपा को जमकर खरी खोटी सुनाई थी। इतना ही नही राज ने चुनाव परिणाम को लेकर भी सवाल खड़े किए थे। फिर अचानक से दोनों नेताओं के बीच बढ़ी नजदीकियां ने कई तरह के राजनीतिक चर्चाओं को जन्म दे दिया है।
महाराष्ट्र में आने वाले कुछ महीनों में बीएमसी सहित अन्य शहरों के नगरपालिकाओं के चुनाव होने है, ऐसे में दोनों नेताओं की मुलाकात को चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि बाद में फडणवीस ने यह कहकर चर्चाओं पर विराम लगाने की कोशिश की दोनों के बीच किसी भी तरह का कोई राजनीतिक चर्चा नही हुई है।
बीएमसी चुनाव में गठबंधन को लेकर चर्चा तेज
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे ने बिना शर्त भाजपा नीत NDA को समर्थन दिया था। विधानसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर फडणवीस और राज ठाकरे के बीच मुलाकात हुई थी, लेकिन दोनों की बात नही बन सकी। उसके बाद मनसे प्रमुख ने विधानसभा चुनाव में अकेले उतरने का निर्णय लिया, हालांकि उनकी पार्टी ने निराशाजनक प्रदर्शन किया और एक भी सीट नही जीत सकी। ऐसे में अब कुछ महीनों में महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय के चुनाव होने हैं, चर्चा है कि BJP और मनसे हाथ मिला सकते हैं।
राज के बेटे को विधान परिषद भेजने की अटकलें तेज
दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद कई तरह के सियासी अटकलें लगाई जा रही है। बताया जा रहा है कि राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे को बैक डोर से विधानभवन भेजा सकता है। चर्चा है कि अमित ठाकरे को राज्यपाल के कोटे से विधान परिषद भेजा जा सकता है। अमित ठाकरे ने इस बार पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ा था। वो चुनाव लड़ने वाले ठाकरे परिवार से दूसरे सदस्य थे। अमित ने मुंबई की माहिम विधानसभा सीट चुनाव लड़ा। लेकिन त्रिकोणीय लड़ाई में राज के बेटे को शिवसेना UBT के महेश सावंत के हांथों शिकस्त झेलनी पड़ी ।
भाजपा पर हमलावर हुए राज
कुछ दिन पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने वर्ली में पार्टी के राज्यस्तरीय सम्मेलन को संबोधित किया था। राज ने सम्मेलन के जरिए भारतीय जनता पार्टी को निशाने पर लिया। इस दौरान राज ठाकरे ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम को लेकर कई सवाल खड़े किए थे। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि चुनाव परिणाम के बाद कुछ चीजों पर विश्वास बैठ ही नहीं रहा है। विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद राज्य में अलग ही तरह का सन्नाटा पसरा था, ऐसा सन्नाटा कभी नहीं देखा। रिजल्ट के बाद जीते हुए कई लोगों ने मुझे फोन किया, उन्हें भी अपनी जीत पर भरोसा नहीं हो रहा था।वर्ली में पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने कहा कि लोगों ने हमें वोट दिया है, लेकिन हमारे तक नहीं पहुंचा, गायब हो गया। अगर ऐसा होता है, तो चुनाव न लड़ना ही ठीक है। कल्याण ग्रामीण सीट पर हमारे पार्टी के उम्मीदवार राजू पाटिल को उनके ही गांव में एक भी वोट नहीं मिला, जो वहां से विधायक रह चुके हैं। ऐसी अन्य कई चीजें हैं जिन पर विश्वास नहीं हो रहा है। लोगों में भी विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर संभ्रम है।