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1 नवंबर से ‘बार, लाउंज और कैफे’ में शराब पीना होगा महंगा, सरकार ने VAT में की 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी

5 percent VAT increase in maharastra on alcohol:महाराष्ट्र में आगामी 1 नवंबर 2023 से बार, लाउंज और कैफे में दी जाने वाली शराब की कीमत बढ़ जाएगी क्योंकि महाराष्ट्र सरकार ने मूल्य वर्धित कर यानी कि वैट में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है।

5 percent VAT increase in maharastra on alcohol: महाराष्ट्र के भीतर एसी बार, लाउंज और कैफे के आरामदायक सोफे और कुर्सियों पर बैठकर शराब पीने का शौक रखने वाले लोगों को अब अपनी जेब पहले से ज्यादा ढ़ीली करनी पड़ सकती है, क्योंकि राज्य सरकार अब इस आरामदायक स्थानों पर शराब पीने के बदले आप से पहले से अधिक शुल्क वसूलने जा रही है। आपको बताते चलें कि महाराष्ट्र में आगामी 1 नवंबर 2023 से बार, लाउंज और कैफे में दी जाने वाली शराब की कीमत बढ़ जाएगी क्योंकि महाराष्ट्र सरकार ने मूल्य वर्धित कर यानी कि वैट में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है।

अब परमिट रूम की शराब पर 10 फीसदी वैट

महाराष्ट्र सरकार की ओर से मूल्य वर्धित कर में की गई बढ़ोतरी का शराब की दुकानों पर ओवर-द-काउंटर बिक्री पर कोई असर नहीं पड़ेगा। सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार, बीते शुक्रवार को वैट में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी को लेकर एक सरकारी प्रस्ताव जारी किया गया और इसी के बाद परमिट रूम की शराब पर कुल वैट दर कुल 10 फीसदी हो जाएगी। आपको बताते चलें कि महाराष्ट्र के स्टार होटलों में शराब सेवाओं में किसी भी प्रकार की वृद्धि नहीं होगी क्योंकि स्टार होटलों की ओर से पहले से ही अधिक वैट के साथ भुगतान किया जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मौजूदा समय में स्टार होटलों में शराब सेवाओं पर 20 प्रतिशत वैट है।

लाइसेंस शुल्क में वृद्धि के बाद सरकार ने दिया नया बोझ

महाराष्ट्र में वैट दर में हुई वृद्धि को लेकर बातचीत के दौरान होटल व्यवसायियों ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से हाल ही में शराब के लाइसेंस शुल्क में वृद्धि की गई थी, जो कि होटल व्यवसायियों के लिए एक बड़ा बोझ था, क्योंकि उससे उपभोक्ताओं के लिए शराब महंगी हो गई है। अब वैट दर में बढ़ोतरी के साथ सरकार ने नया बोझ दे दिया है।

उत्पाद शुल्क नीति लाने वाली है महाराष्ट्र सरकार

एक निजी मीडिया संस्थान के हवाले से सामने आई रिपोर्ट के अनुसार, सरकार के इस फैसले पर प्रतिक्रिया के कारण शराब बिक्री में शुरुआती तौर पर थोड़ी गिरावट देखी जा सकती है, लेकिन समय के साथ इसके स्थिर होने का अनुमान लगाया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, महाराष्ट्र सरकार एक नई उत्पाद शुल्क नीति लाने पर भी विचार बना रही है, जिसमें मूल्य निर्धारण पेय पदार्थों की अल्कोहल सामग्री से जुड़े होने की बात सामने आ रही है।


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