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MP News: उमा भारती ने ओरछा में शराब दुकान के सामने बांधी गाय, सरकार को दी नसीहत

MP News: विपिन श्रीवास्तव। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराब बंदी के मुद्दे पर सख्त रुख अपनाए हुए हैं। पहले उन्होंने तीन दिनों तक राजधानी भोपाल के एक मंदिर में रुककर नई शराबनीति सुनने की बात कही। लेकिन जब नई शराबनीति नहीं आई तो उमा भारती भोपाल से ओरछा आ गई। जहां आज […]

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MP News: विपिन श्रीवास्तव। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराब बंदी के मुद्दे पर सख्त रुख अपनाए हुए हैं। पहले उन्होंने तीन दिनों तक राजधानी भोपाल के एक मंदिर में रुककर नई शराबनीति सुनने की बात कही। लेकिन जब नई शराबनीति नहीं आई तो उमा भारती भोपाल से ओरछा आ गई। जहां आज उन्होंने शराब दुकान के सामने गाय बांधी और गायों को चारा खिलाया। इस दौरान उन्होंने नारा दिया। 'शराब नहीं दूध पीयो' पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने रामराजा सरकार की नगरी ओरछा में शराब दुकान के सामने गाय बांध दी है। उमा ने गायों को केले और चारा भी खिलाया। उन्होंने नया नारा दिया है- शराब नहीं, दूध पीयो। उमा ने कहा- युवा शराब छोड़कर दूध पिएं। 10 फरवरी को केदारेश्वर महादेव में महूरानी के पास पहली गऊ अदालत लगेगी। और पढ़िए –UP MLC चुनावः BJP के जयपाल सिंह लगातार तीसरी बार चुनाव जीते, 1986 से इस सीट पर भाजपा का कब्जा

मधुशाला बंद करो गौशाला खोलो

उमा भारती ने ओरछा से मधुशाला बंद करो, गौशाला खोलो अभियान की शुरुआत की। रामराजा सरकार के दर्शन करने के बाद उमा भारती ने ओरछा में शराब की दुकान के बाहर गायों को चारा खिलाया, जिसके बाद माना जा रहा है कि उन्होंने अपनी ही सरकार के खिलाफ एक तरह से मोर्चा खोल दिया है। उमा भारती ने लोगों से अपील की है कि शराब की जगह दूध पीयो।

सरकार को दी नसीहत।‌

उमा भारती ने अपनी ही सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि 'शराब की दुकान यहां से ढाई किलो मीटर दूर आवंटित थी, लेकिन यहां के अधिकारियों ने रोड पर जगह दे दी ताकि ज्यादा राजस्व वसूली हो सके। नियम के हिसाब से रोड से पचास फिट की दूरी पर भी नहीं है। सबके विरोध करने के बावझूद भी यह दुकान नहीं हटी, लेकिन जब मेरी जानकारी में आई तो सरकार ने मेरे कहने पर नोटिस जारी किया। पूर्व सीएम ने कहा कि 'मध्य प्रदेश में 18 हजार शराब दुकाने हैं, जिससे 14 हजार करोड़ की रेवन्यू वसूली होती है। लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी यह मान चुके हैं कि नई शराब नीति में कुछ खामियां हैं। मैं सीएम शिवराज सिंह से कहना चाहती हूं कि सेवक की भूमिका को छोड़ दें। क्योंकि अब सरकार को आठ महीने ही बचे हैं, ऐसे में उन्हें शासक की भूमिका में आना चाहिए। क्योंकि शासक की भूमिका से ही जनता को लाभ होता है।' और पढ़िए –Old Pension Scheme: पुरानी पेंशन योजना के खिलाफ CM खट्टर, कहा- दिवालिया हो जाएगा भारत बता दें कि इससे पहले उमा भारती भोपाल के पंचमुखी हनुमान मंदिर में तीन दिन डेका डालकर नई शराब नीति में अपनी मांगों को लेकर सरकार को चुनौती दे चुकीं हैं। फिलहाल वह शराब नीति को लेकर अपना रूख स्पष्ट कर चुकी हैं। जबकि अब उमा भारती एमपी से यूपी की तरफ भी रूख करने की तैयारी में हैं। उन्होंने यूपी के मऊरानीपुर में गऊ अदालत लगाने की बात कही है। और पढ़िए – प्रदेश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें


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