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इंदौर सबसे स्वच्छ शहर, 7वीं बार कैसे पाया खिताब? जानें आखिर क्या पॉलिसी अपनाई

How Indore Won cleanest City Title 7th Time: आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इंदौर में हर दिन 1,900 टन शहरी कचरा निकलता है, जिससे करोड़ों रुपए कमाए जाते हैं।

Edited By : Pooja Mishra | Updated: Jan 12, 2024 15:17
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कैसे इंदौर बना सबसे साफ शहर

How Indore Won cleanest City Title 7th Time: एक बार फिर इंदौर ने भारत के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब अपने नाम किया है। इंदौर एक मात्र ऐसा शहर है, जिसने 1 बार, 2 बार, 3 बार, 4 बार नहीं बल्कि लगातार 7 बार सबसे स्वच्छ शहर का खिताब जीता। इंदौर की यह सबसे स्वच्छ शहर की पहचान है वो सिर्फ भारत तक सीमित नहीं हैं, बल्कि विदेशों में भी काफी प्रचिलित है। हम साल ये न्यूज तो सुनते हैं कि इंदौर ने स्वच्छ शहर का खिताब जीता, लेकिन कभी यह नहीं सोचते कि आखिर कैसे इंदौर इतना साफ हुआ? आज हम आपको उन खास पॉलिसी के बारे में बताने वाले हैं, जिसकी वजह से यह शहर इतना साफ हुआ।

 

इंदौर में हर दिन 1,900 टन शहरी कचरा निकलता है, जिसमे से 1,200 टन सूखा कचरा और 700 टन गीला कचरा होता है। आपको हैरानी होगी कि इंदौर इन कचरों से हर दिन करोड़ों रुपए कमाता है, इसके अलावा इन कचरों से CNG भी बनाता है।

सूखा और गीला कचरा

इंदौर को स्वच्छ शहर बनाने में सबसे बड़ा हाथ इंदौर मुंशीपल कॉरपोरेशन (IMC) का है। IMC ने शहर के आम लोगों के साथ मिलकर दो सबसे अहम कदम उठाए। 100% Waste Segregation at Source यानी जहां से कचरा आ रहा है, वहीं से सूखे और गीले कचरे को करना। इस काम के लिए शहर के 99 प्रतिशत लोग भी IMC की मदद करते है, लोग अपने घर पर सूखे और गीले कचरे को अलग-अलग रखते है, जिससे IMC उसे कलेक्ट करने असानी होती है। हालांकि, शुरुआत में IMC की इस मुहीम को लोगों ने नकारा दिया था, लेकिन बार-बार और लोगों के बिच जागरुकता फैलाने की वजह से लोग मान गए। इसके अलावा IMC भी शहर के लोगों की परेशानी को अच्छे से सुनती है और उसका 48 घंटे में उसका हल निकालती है।

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वेस्ट मेजेमेंट कंपनी

इंदौर को कचरा फ्री बनाने में वेस्ट मेजेमेंट कंपनी का भी बहुत बड़ा योगदान है। इंदौर में NEPRA, जो कि वेस्ट मेजेमेंट कंपनी है। NEPRA ने इंदौर में भारत की सबसे बड़ी सोलिड वेस्ट मेनेजमेंट फेकेलिटी बनाई है, जो हर रोज 400 मेट्रिक टन सूखे कचरे को रिसाइकिल करती है।

गीले कचरे से CNG बनना

इंदौर में एशिया का सबसे बड़ा Bio-CNG का प्लान्ट है, जो शहर से केलेक्ट किए हुए गीले कचरे पर चलता है। इस प्लान्ट से हर साल 17 से 18 हजार Bio-CNG बनता है।

सड़क की सफाई

IMC जानती है कि किसी भी शहर को साफ दिखने के लिए उसकी सड़कों को साफ करना बहुत जरूरी है। इसके लिए IMC ने अपने सफाई कर्मचारियों की मदद ली। शहर की सकड़े दिन के समय काफी बीजी होती है, इसलिए IMC ने इसे रात को साफ करवाती है। साथ ही इसे साफ करने वालों को उनके काम के लिए अक्सर इनाम भी देती है।

First published on: Jan 12, 2024 03:17 PM

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