यतनेस सेन,देपालपुरDiwali Tradition Hingot war Indore: भारत में अलग-अलग धर्म और वर्ग में कई मान्यताएं हैं। कुछ ऐसी ही अनोखी और जानलेवा परंपरा मध्यप्रदेश के इंदौर में दिवाली के अगले दिन मनाई जाती है। इस परंपरा को कहते हैं हिंगोट युद्ध, दरअसल, इसमें दो पक्ष आपस में एक-दूसरे पर हिंगो (अग्निबाण) चलाते हैं।
दरअसल, दोनों पक्ष लकड़ी के आगे बारूद बांध लेते हैं और फिर उसे जलाकर एक-दूसरे की तरफ फेंकते हैं। ये दिखने में किसी तीर की तरह दिखता है और चलते हुए किसी रॉकेट की तरह दिखाई पड़ता है।
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गांव के मैदान में होता है ये खेल
इस खेल में योद्धा खुद को बचाने के लिए अपने साथ हाथ में ढाल पकड़े रखते हैं। हर साल बढ़ी संख्या में आसपास के गांवों के लोग इसे देखने आते हैं। जहां ये होता है उस मैदान के आसपास लोग घरों की छतों पर खड़े होकर इसे देखते हैं।
12 लोग हुए घायल, मैदान के चारों तरफ सुरक्षा के लिए लगाई गई जाली
सोशल मीडिया पर इसकी कई वीडियो वायरल हो रही हैं। शुक्रवार को इंदौर से सटे देपालपुर में हिंगोट युद्ध का आयोजन किया गया था। इस बार इस युद्ध में एक दर्जन से अधिक युवक घायल हुए हैं। देखने आए लोगों को चोट न लगे इसके लिए युद्ध मैदान चारों तरफ प्रशासन ने बड़ी-बड़ी जालियां लगाई थीं।
कलंगी और तुरा दो दल आपस में करते हैं युद्ध
जानकारी के अनुसार इस युद्ध कलंगी और तुरा दो दल आपस में लड़ते हैं और एक दूसरे पर जलते हुए हिंगो फेंकते हैं। इस परंपरा को जीवित रखने के लिए हर साल इसका आयोजन किया जाता है। इस कार इस हिंगोट युद्ध मे 300 से ज्यादा पुलिस बल, एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और अन्य बचाव दल तैनात किया गया था।
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