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NIA: झारखंड का मोस्ट वांटेड नक्सली कमांडर दो दशक बाद दिल्ली में गिरफ्तार, पुलिस और NIA ने 30 लाख रुपए रखा था इनाम

NIA Action On Naxals: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने रविवार को राजधानी दिल्ली में नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) के कमांडर दिनेश गोप उर्फ कुलदीप यादव उर्फ बड़कू को गिरफ्तार किया है। उस पर झारखंड सरकार ने 25 लाख और एनआईए ने 5 लाख का इनाम घोषित किया था। वह झारखंड के खूंटी […]

Dinesh Gope
NIA Action On Naxals: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने रविवार को राजधानी दिल्ली में नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) के कमांडर दिनेश गोप उर्फ कुलदीप यादव उर्फ बड़कू को गिरफ्तार किया है। उस पर झारखंड सरकार ने 25 लाख और एनआईए ने 5 लाख का इनाम घोषित किया था। वह झारखंड के खूंटी जिले के रहने वाला है। एजेंसी ने पीएलएफआई कार्यकर्ताओं से 25.38 लाख रुपए मूल्य के पुराने नोट बरामद करने के मामले में आरोप पत्र दायर किया था। एनआईए के अनुसार नक्सल कमांडर करीब दो दशक से फरार चल रहा था। गोप पर झारखंड, बिहार और ओडिशा में 102 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। ज्यादातर मामले झारखंड में 2007 में गठित नक्सल संगठन के लिए हत्या, अपहरण, धमकी, जबरन वसूली और धन जुटाने से संबंधित हैं।

पिछले साल फरवरी में हुई थी मुठभेड़ 

पिछले साल 3 फरवरी को झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के गुदरी थाना क्षेत्र के जंगलों में दिनेश गोप के गिरोह और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस दौरान कई राउंड फायरिंग हुई। गोप भागने में कामयाब रहा था। वह झारखंड में अपने संगठन को फिर से स्थापित करने का प्रयास कर रहा था।

2018 में एनआईए ने दर्ज किया था केस

गोप व्यवसायियों, ठेकेदारों और आम लोगों से रंगदारी वसूलता था। उस पर टेरर फंडिंग का भी आरोप है। 19 जनवरी, 2018 को एनआईए ने उस पर केस दर्ज किया था। गोप पर झारखंड, बिहार और ओडिशा में 102 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। ज्यादातर मामले झारखंड में 2007 में गठित नक्सल संगठन के लिए हत्या, अपहरण, धमकी, जबरन वसूली और धन जुटाने से संबंधित हैं।

बेरोजगार युवकों को अपने गिरोह में शामिल करता था दिनेश

पीएलएफआई पहले का पुराना नाम झारखंड लिबरेशन टाइगर्स (JLT) है। NIA की जांच के अनुसार, PLFI झारखंड में सैकड़ों आतंकी घटनाओं के लिए जिम्मेदार है। यह संगठन बेरोजगार युवकों को मोटर बाइक, मोबाइल फोन और आसानी से पैसा मुहैया कराने का लालच देता था और प्रशिक्षण देने के बाद उन्हें आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए घातक हथियारों से लैस करता था। यह भी पढ़ेंChhattisgarh: कांकेर में तीन हार्डकोर नक्सली गिरफ्तार, दो पर था 8-8 लाख का इनाम, निशानदेही पर IED बरामद


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