Kurukshetra: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को हरियाणा के कुरुक्षेत्र से देश के दुश्मनों को तीखा और कड़ा संदेश दिया. गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि नया भारत अब आतंकवाद से न डरता है और न ही झुकता है. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज दुनिया देख रही है कि भारत अपनी सुरक्षा को लेकर कितना सतर्क और दृढ़ है. उन्होंने कहा, 'हम विश्व को वसुधैव कुटुंबकम का संदेश देते हैं, लेकिन अपनी सीमाओं की सुरक्षा को लेकर कभी समझौता नहीं करते. नया भारत शांति चाहता है, पर अपने आत्मसम्मान और सुरक्षा से पीछे नहीं हटेगा.'
'ऑपरेशन सिंदूर' का दिया उदाहरण
प्रधानमंत्री मोदी ने इसी वर्ष मई में शुरू किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' का उदाहरण देते हुए कहा कि यह भारत की नई नीति और नई क्षमता का सबसे बड़ा उदाहरण है. उन्होंने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर दिखाता है कि आज का भारत न तो डरता है, न रुकता है और न ही आतंक के सामने झुकता है. आज का भारत साहस, स्पष्टता और दृढ़ विश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है.'
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'रामायण की नगरी से गीता की भूमि तक'
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में दिन की शुरुआत में अयोध्या यात्रा का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, 'आज सुबह मैं रामायण की नगरी अयोध्या में था और अब गीता की भूमि कुरुक्षेत्र में हूं. यह दिन हमारे लिए भारत की विरासत का अद्भुत संगम लेकर आया है. गुरु तेग बहादुर जी ने अपने बलिदान से जो उदाहरण दिया, वह भारत की आत्मा में बसता है.' उन्होंने मंच से गुरु तेग बहादुर जी को नमन करते हुए कहा कि उनका बलिदान धर्म, मानवता और स्वतंत्रता की रक्षा का प्रतीक है. मोदी ने कहा कि देश उनके आदर्शों पर चलते हुए आत्मनिर्भरता, एकता और साहस की दिशा में आगे बढ़ रहा है.
पाकिस्तान को सिखाया था सबक
आपको याद दिला दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी. इसके जवाब में 7 मई की सुबह भारत ने यह ऑपरेशन शुरू किया और पाकिस्तान तथा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के आतंकी ठिकानों पर निशाना साधा. यह कार्रवाई 10 मई को संघर्ष विराम से पहले तक चली. भारत-पाकिस्तान में संघर्ष इतना बढ़ गया कि युद्ध जैसे हालात पैदा हो गए थे.