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हरियाणा निकाय चुनाव में BJP की तय जीत के 4 कारण, विधानसभा में मिली थी कड़ी टक्कर

हरियाणा निकाय चुनाव में बीजेपी ने बाजी मारते हुए 10 में से 3 नगर निगमों में जीत दर्ज कर ली है। जबकि 6 निकायों में वह कांग्रेस से आगे चल रही है। ऐसे में आइये जानते हैं बीजेपी ने निकाय चुनाव में कैसे जीत दर्ज की?

Haryana Nikay Chunav Result
Haryana Nikay Chunav Result 2025: हरियाणा निकाय चुनाव 2025 में बीजेपी ने 3 नगर निगमों में जीत दर्ज की है। जबकि 6 निगमों में वह आगे चल रही है। हालांकि सभी जगह बीजेपी की जीत तय मानी जा रही है। नए नवेले मानेसर नगर निगम में पहली बार निर्दलीय इंद्रजीत यादव ने जीत दर्ज की है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस सभी नगर निगमों में पिछड़ चुकी है। कांग्रेस की हालत का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि विधायक विनेश फोगाट की विधानसभा जुलाना नगरपालिका में भी बीजेपी ने कब्जा जमा लिया है। ऐसे में आइये जानते हैं बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के कुछ महीनों बाद हुए शहरी निकाय चुनाव में कैसे बाजी मारी? 1. विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी का फोकस चुनाव अभियान के दौरान की गई घोषणाओं के क्रियान्वयन पर था। पार्टी के संकल्प पत्र को आधार बनाकर नई नवेली सैनी सरकार ने लोगों के लिए काम किए, इसका फायदा पार्टी को निकाय चुनाव में मिला। 2. अमूमन यह होता आया है कि राज्य में जिस पार्टी की सरकार होती है, निकाय चुनाव में भी उसी पार्टी को जीत मिलती है। इससे पहले जब कांग्रेस के हुड्डा सीएम थे, तो कांग्रेस ने लगातार निकाय चुनाव में जीत दर्ज की थी। आजकल पब्लिक स्मार्ट हो गई है, उसे पता है कि दूसरी पार्टी का पार्षद चुनने से उनकी समस्या का समाधान नहीं होने वाला है, ऐसे में वह उसी पार्टी का पार्षद चुनती है जिसकी राज्य में सरकार होती है। ये भी पढ़ेंः Haryana Nikay Chunav Results Live: BJP ने 2 मेयर चुनाव जीते, 7 सीटों पर आगे; जानें क्या बोले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष 3. विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष चुनने में ही कई महीने लगा दिए। चंडीगढ़ में पार्टी पर्यवेक्षक के साथ लगातार मीटिंग के बाद भी नेता प्रतिपक्ष का नाम सामने नहीं आया। आालाकमान चाहता है कि अब प्रदेश में हुड्डा परिवार के इतर कोई और नेता आगे आए। लेकिन हुड्डा के बगावती तेवर को देखते हुए पार्टी कोई स्टेप उठाने से कतरा रही है। 4. सैनी सरकार की विफलता को लेकर कांग्रेस ने कोई विरोध प्रदर्शन नहीं किया। ना ही निकाय चुनाव को लेकर राज्य के नेताओं ने कोई दिलचस्पी दिखाई। चुनाव को महज एक औपचारिकता के तौर पर लिया। वहीं दूसरी ओर बीजेपी चुनाव लड़ने के लिए पूरी जी जान से जुटी थी। ये भी पढ़ेंः पंचकूला के पास वायुसेना का लड़ाकू विमान क्रैश, अंबाला एयरबेस से भरी थी उड़ान, सामने आया Video


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