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Aadhaar, PAN Card आपने यहां से बनवाया है? आपको सतर्क होने की जरूरत है, कहीं ये नकली तो नहीं

Fake Aadhaar PAN Card Surat Police:  अगर आपने सूरत से अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड या फिर कोई और कागजात बनवाएं हैं तो फिर आपको सतर्क होने की जरूरत है। दरअसल, सूरत पुलिस ने यहां के करीब 2 लाख लोगों के फर्जी आधार और पैन बना दिए हैं। इन फर्जी आधार और पैन कार्ड के […]

Fake Aadhaar PAN Card Surat Police:  अगर आपने सूरत से अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड या फिर कोई और कागजात बनवाएं हैं तो फिर आपको सतर्क होने की जरूरत है। दरअसल, सूरत पुलिस ने यहां के करीब 2 लाख लोगों के फर्जी आधार और पैन बना दिए हैं। इन फर्जी आधार और पैन कार्ड के लिए आरोपियों ने कस्टमर्स से 15 से रुपये से लेकर 200 रुपये तक वसूले. पुलिस ने यूपी और राजस्थान में छापेमारी कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सूरत के एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को कहा कि दो लोगों को एक वेबसाइट का उपयोग करके आधार और पैन कार्ड के साथ-साथ मतदाता पहचान पत्र जैसे जाली दस्तावेजों को बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है।

पुलिस को ऐसे मिली जानकारी

सहायक पुलिस आयुक्त (आर्थिक अपराध) वीके परमार ने कहा कि प्राइवेट लोन देने वाली कंपनी से जानकारी मिली कि कुछ लोगों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोन लिया है और किश्तें जमा नहीं की है। शिकायत के बाद इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान छह आरोपियों में से एक प्रिंस हेमंत प्रसाद ने कहा कि उसने फर्जी आधार और पैन कार्ड डाउनलोड करने के लिए सरकारी वेबसाइट तक पहुंच बनाई। वेबसाइट से डाउनलोड किए गए फर्जी पहचान पत्र का इस्तेमाल बैंक लोन और सिम कार्ड खरीदने जैसे उद्देश्यों के लिए किया जाता था।

यूपी और राजस्थान से आरोपियों को दबोचा

सूरत पुलिस के मुताबिक, राजस्थान के गंगानगर निवासी सोमनाथ प्रमोद कुमार को तकनीकी निगरानी के माध्यम से गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के उन्नाव निवासी प्रेमवीर सिंह ठाकुर को भी गिरफ्तार किया गया। प्रेमवीर सिंह के नाम पर ही वेबसाइट बनाई गई थी। जब दोनों आरोपियों से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि दो साल करीब 2 लाख नकली आधार, पैन कार्ड, पहचान पत्र जैसे डॉक्यूमेंट्स उन्होंने बनाएं हैं। वेबसाइट पिछले तीन साल से चल रही है। मामले की जानकारी के बाद पुलिस ने कहा कि ये एक गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दा है। ये संभव है कि इसके पीछे कई और लोग शामिल हों। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।


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