Sardar Sarovar Narmada Dam: मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने दोपहर में विजय मुहूर्त में सरदार सरोवर नर्मदा बांध पर नर्मदा मैया के जलप्लावन को नमन किया। इस साल अच्छी मॉनसून बारिश के बाद 11 अगस्त से सरदार सरोवर बांध ओवरफ्लो होने लगा। जलाशय अब तक 51 दिनों से ओवरफ्लो हो चुका है और ओवरफ्लो के कारण कुल 10,012 मिलियन क्यूबिक मीटर यानी 8,177 एमएएफ पानी आ चुका है।
सरदार सरोवर बांध में संग्रहीत पानी को सौनी योजना के माध्यम से सौराष्ट्र में 115 बांधों और सुजलाम सुफलाम योजना के माध्यम से उत्तरी गुजरात में 9 बड़े-मध्यम जलाशयों और 909 झीलों को भरने के लिए आपूर्ति की जाती है।
नर्मदा योजना
इस साल मानसून सीजन के दौरान नर्मदा योजना के रिवर बेड पावर हाउस और कैनाल हेड पावर हाउस में कुल 1343 मेगावाट और अब तक 6283 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन किया गया है। राज्य के 10,014 गांवों, 183 शहरों और 7 नगरपालिका क्षेत्रों के कुल 4 करोड़ लोगों को पीने का पानी उपलब्ध कराने वाली इस परियोजना का जलाशय लबालब हो जाने से मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने हर्षोल्लासपूर्ण माहौल में मंत्रोच्चारण के बीच जल चिह्न की पूजा की।
यहां यह बताना जरूरी है कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद संभालने के 17 दिन के भीतर ही नर्मदा बांध का बचा हुआ काम पूरा करने और गेट लगाने की मंजूरी दे दी थी। राज्य सरकार ने भी तत्परता से इस काम को हाथ में लिया और 30 गेटों के काम समेत सभी काम तय समय से 9 महीने पहले ही पूरा कर लिया।
गुजरात में जल क्रांति और कृषि क्रांति के समतुल्य नर्मदा योजना के सरदार सरोवर बांध का पानी का लेवल अपने अधिकतम स्तर 138.68 मीटर यानी 455 फीट तक पहुंच गया है। इस 138.68 मीटर सतह पर बांध की कुल जल भंडारण क्षमता 9460 मिलियन क्यूबिक मीटर है।
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