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गुजरात के किसानों को डबल इंजन सरकार ने दिया 10 हजार करोड़ रुपए का राहत सहायता पैकेज: मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोयंबटूर से पीएम-किसान सम्मान निधि के तहत देश के 9 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ रुपए से अधिक की सहायता हस्तांतरित की. पीएम किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त से गुजरात के 49.31 लाख किसानों को मिली 986 करोड़ रुपए की सहायता मिली. गांधीनगर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में किसान सम्मान निधि के साथ ही मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री के करकमलों से 11.68 लाख रुपए से अधिक के विभिन्न कृषि सहायता के मंजूरी पत्रों का वितरण किया. राज्य के किसानों ने प्रधानमंत्री के संबोधन का सीधा प्रसारण देखा

गांधीनगर: मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि राज्य के किसानों पर हाल ही में आई असाधारण बेमौसम बरसात की विपदा से हुए नुकसान से उन्हें उबारने के लिए इस डबल इंजन सरकार ने बहुत ही तेजी से 10 हजार करोड़ रुपए का उदारतम सहायता पैकेज दिया है. मुख्यमंत्री ने यह बात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बुधवार को तमिलनाडु के कोयंबटूर से देश के किसानों के लिए पीएम-किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त जारी करने के अवसर पर गांधीनगर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में कही. इस मौके पर राज्य के किसानों ने प्रधानमंत्री के संबोधन का सीधा प्रसारण देखा.

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के भाषण के खास बिंदू

  • प्रधानमंत्री की कृषि हितकारी नीति और किसानों के प्रति उनकी संवेदना के फलस्वरूप राज्य के 98 फीसदी से अधिक किसानों को दिन में बिजली मिल रही है
  • प्रधानमंत्री ने बीज से लेकर बाजार तक के हर स्तर में किसानों के साथ खड़े रहकर उनका कल्याण सुनिश्चित किया है
  • प्रधानमंत्री ने क्लाइमेट चेन्ज की चुनौतियों से निपटने के लिए ग्रीन कवर बढ़ाकर सुरक्षा प्रदान करने का दृष्टिकोण अपनाया
  • प्राकृतिक खेती भविष्य की खेती है, मिट्टी और लोगों के स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक कृषि को अपनाना मौजूदा समय की मांग है

प्रधानमंत्री ने देश भर के 9 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में 21वीं किस्त के अंतर्गत 18 हजार करोड़ रुपए की सहायता राशि हस्तांतरित की. इस सहायता के तहत गुजरात के 49.31 लाख से अधिक किसानों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के जरिए 986 करोड़ रुपए मिले. गांधीनगर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, कृषि मंत्री जीतूभाई वाघाणी और कृषि राज्य मंत्री रमेशभाई कटारा ने पीएम-किसान सम्मान निधि के साथ ही 11.68 लाख रुपए से अधिक के विभिन्न कृषि सहायता के मंजूरी पत्रों का वितरण किया.

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प्राकृतिक कृषि को अपनाना समय की मांग

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं. इतना ही नहीं, क्लाइमेट चेन्ज की चुनौतियों से निपटने के लिए ‘एक पेड़ मां के नाम’ और प्राकृतिक कृषि जैसे अभियानों के माध्यम से ग्रीन कवर बढ़ाकर सुरक्षा प्रदान करने का दृष्टिकोण अपनाया है. मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि रसायन युक्त खेती से बिगड़ रहे जमीन और मानव के स्वास्थ्य को बचाने के उपाय के रूप में प्रधानमंत्री ने प्राकृतिक कृषि को अपनाने का जो विचार दिया है, वह भविष्य की पीढ़ी के स्वस्थ एवं तंदुरुस्त जीवन तथा जमीन की उर्वरता बढ़ाने में उपयोगी सिद्ध होगा. उन्होंने प्राकृतिक कृषि को भविष्य की खेती करार देते हुए कहा कि इसे अपनाना मौजूदा समय की मांग है.

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बीज से लेकर बाजार तक प्रधानमंत्री साथ खड़े

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री बीज से लेकर बाजार तक के हर स्तर पर किसान हितकारी निर्णयों के जरिए उनके साथ खड़े रहे हैं. प्रधानमंत्री ने इस वर्ष के बजट में पीएम धन-धान्य कृषि योजना शुरू करने का कमिटमेंट किया था, जिसे उन्होंने अन्नदाता की चिंता करते हुए 6 वर्षों की अवधि के लिए लागू करके यह सिद्ध किया कि वे जो कहते हैं, वह करते हैं. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कृषि हितकारी नीति एवं किसानों के प्रति संवेदना के कारण आज गुजरात के लगभग 98 प्रतिशत से अधिक किसानों को दिन में बिजली मिल रही है. किसानों को पर्याप्त पानी व बिजली मिलने के कारण राज्य के कृषि क्षेत्र की तसवीर समग्रतया बदल गई है तथा किसान समृद्ध हुआ है.

लगभग 3 लाख किसान ऑनलाइन माध्यम से जुड़े

पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा गुजरात में 2005 में अपने मुख्यमंत्रित्व काल में शुरू कराए गए कृषि महोत्सव के तहत राज्य सरकार खुद चलकर किसानों के खेत में जाती है और उन्हें इसकी समझ देती है कि कौन-सी फसल लगानी चाहिए, मूल्यवर्धन करके किस तरह अधिक आय प्राप्त हो सकती है. इससे लैब टू लैंड का दृष्टिकोण भली-भांति साकार हुआ है. इस अवसर पर कृषि मंत्री जीतूभाई वाघाणी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सदा-सर्वदा किसानों की चिंता की है. राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री तथा देश के प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने अनेक कृषि-उन्मुखी पहलें की हैं, जिसे आज राज्य के उदार एवं दृढ़ मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल अच्छी तरह से आगे बढ़ा रहे हैं. वाघाणी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा तमिलनाडु से आज ‘पीएम किसान सम्मान निधि’ योजना की 21वीं किस्त का वर्चुअल माध्यम से वितरण किया गया है, जिसमें राज्य के कृषि विज्ञान केंद्र, ग्राम पंचायत, एपीएमसी आदि से लगभग 3 लाख किसान ऑनलाइन माध्यम से जुड़े.

भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में मिशन मोड पर कार्य

कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए मशीनीकरण, फसल संरक्षण, कृषि में नैनो टेक्नोलॉजी तथा आईटी का उपयोग, प्राकृतिक खेती, जीरो बजट खेती, किसानों के लिए उत्पादन बढ़ाने, खर्च घटाने व अधिक बिक्री की व्यवस्थाएं की गई हैं. उन्होंने कहा कि आज दिन-प्रतिदिन हमारी कृषि भूमि बंजर होती जा रही है, जिसके कारण वर्तमान एवं भावी पीढ़ियां अनेक रोगों का शिकार न बनें; इसके लिए प्राकृतिक कृषि को अपनाना चाहिए. इसके अंतर्गत राज्यपाल आचार्य देवव्रतजी तथा मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में मिशन मोड पर कार्य किया जा रहा है.
वाघाणी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों को उपकार भाव से नहीं, बल्कि सेवा के भाव से सम्मान देने के लिए वर्ष 2019 से ‘पीएम-किसान सम्मान निधि’ योजना की समग्र देश में शुरुआत कराई है. इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन तथा पूर्ण पारदर्शिता के फलस्वरूप किसानों के बैंक खातों में पैसा सीधे पहुंच रहा है. कृषि उत्पादों का बाजार में दाम नीचा हो, तब एमएसपी से खरीद का बड़ा निर्णय भी प्रधानमंत्री द्वारा किया गया है. राज्य में किसानों ने 293 केंद्रों पर लगभग एक लाख मीट्रिक टन से अधिक मूंगफली पहुंचाई है. आज राज्य में 1100 करोड़ रुपए से अधिक की खरीदारी हो चुकी है.

किसानों के कल्याण के लिए सरकारी योजनाएं

कृषि विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ. अंजू शर्मा ने स्वागत संबोधन में कहा कि किसानों के कल्याण के लिए सरकार द्वारा बुवाई से बिक्री तक की योजनाएं लागू की गई हैं. सरकार संशोधित बीजों, उर्वरकों, यांत्रिक औजारों, प्राकृतिक खेती, कृषि राहत पैकेज, समर्थन मूल्य पर खरीद से जुड़ी योजनाओं के माध्यम से किसानों की सहायक हो रही है. नए आई-किसान पोर्टल 2.0 पर आवेदन कर किसान अनेक लाभ प्राप्त कर रहे हैं. इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री ने देश के किसानों के साथ संवाद किया. मुख्यमंत्री के करकमलों से 15 किसान लाभार्थियों को कृषि, बागवानी की विभिन्न योजनाओं की सहायता का वितरण किया गया. इस कार्यक्रम में कृषि राज्य मंत्री रमेशभाई कटारा, महापौर मती मीराबेन पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष शिल्पाबेन पटेल, विधायक रीटाबेन पटेल, गुजरात कृषि उद्योग निगम (जीएआईसी) के प्रबंध निदेशक विजय खराडी, जिला कलेक्टर मेहुल दवे, जिला विकास अधिकारी बीजे पटेल तथा बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे.


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