Rahul Gandhi Disqualified Issue: राहुल गांधी के मुद्दे पर शुक्रवार की शाम दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में इमरजेंसी बैठक हुई। कांग्रेस ने पूरे देश में लोकतंत्र बचाओ आंदोलन चलाने का फैसला लिया है। इसकी शुरुआत सोमवार से होगी।
प्रियंका बोलीं- भाई ने अडानी मुद्दा उठाया इसलिए ये सब हुआ
बैठक के बाद प्रियंका गांधी ने कहा, 'मेरे भाई ने अडानी का मुद्दा उठाया इसलिए ये सब हुआ। ये सरकार अडानी पर जवाब नहीं देना चाहती। हमारे शरीर में शहीदों का खून है। जिस खून को आप बार-बार परिवारवादी कहते हैं ये खून इस देश के लिए बहा है। हम पीछे हटने वाले नहीं है, हम लड़ेंगे।'
प्रियंका बोलीं- राहुल सच्चे देशभक्त, मोदी को घेरा
राहुल गांधी की सांसदी जाने के बाद प्रियंका गांधी ने भाजपा सरकार पर कड़ा हमला किया और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अडानी पर सवालों से बौखला गए हैं। राहुल गांधी एक सच्चे देशभक्त हैं, उन्होंने जनहित के मुद्दों पर सवाल उठाए थे।
इस बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी समेत 40 से अधिक नेता पहुंचे थे। बाकी लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस मीटिंग से जुड़े।
प्रियंका ने किया सिलसिलेवार ट्वीट
सिलसिलेवार ट्वीट में प्रियंका गांधी ने कहा कि नेहरू-गांधी परिवार ने देश के लिए अपना खून दिया है और सच्चाई के लिए लड़ाई लड़ी है। लेकिन पीएम मोदी के चमचों ने एक शहीद प्रधानमंत्री के बेटे को देशद्रोही मीर जाफर कहा था। एक मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि राहुल गांधी का बाप कौन है? आपने संसद में पूछा था कि नेहरू का नाम क्यों नहीं रखते? लेकिन किसी जज ने आपको दो साल की सजा नहीं दी। आपको संसद से अयोग्य नहीं ठहराया गया?
अडानी देश से बड़ा हो गया?
राहुल ने एक सच्चे देशभक्त की तरह अडानी पर सवाल उठाया। नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पर सवाल उठाए। क्या आपका दोस्त गौतम अडानी देश की संसद और भारत की जनता से बड़ा हो गया है कि उसकी लूट पर सवाल उठने पर आप बौखला गए थे? आप मेरे परिवार को वंशवादी कहते हैं। जानिए, इस परिवार ने भारत के लोकतंत्र के लिए खून बहाया... जिसे आप (राजनीतिक रूप से) नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं।
बैठक में लोकतंत्र आंदोलन बचाओ आंदोलन की बनी रणनीति
बैठक में कांग्रेस ने एक राष्ट्रव्यापी लोकतंत्र बचाओ आंदोलन की रूपरेखा तय की है। वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि हमने राहुल गांधी की संसद से अयोग्यता पर राजनीतिक रणनीति पर चर्चा की। अभिषेक मनु सिंघवी ने सदस्यों को कानूनी रणनीति के बारे में जानकारी दी है। आने वाले दिनों में देश भर में विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। इसकी शुरुआत सोमवार से होगी।
विपक्षी नेताओं का जताया आभार
कांग्रेस ने सभी विपक्षी नेताओं के समर्थन के बयान का भी स्वागत किया। साथ ही विपक्षी एकता का आह्वान किया। दरअसल, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, एमके स्टालिन, उद्धव ठाकरे, केसीआर, अखिलेश यादव ने राहुल गांधी का समर्थन किया और सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर तानाशाही करने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस नेता रमेश ने कहा कि कांग्रेस सभी विपक्षी नेताओं के समर्थन के बयान का स्वागत करती है, हमें अब विपक्षी एकता के मुद्दे को व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ाना चाहिए।
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