Delhi Flood Alert: पहाड़ी राज्यों में शुमार हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश का असर अब मैदान इलाकों पर भी दिखाई देने लगा है। उत्तर प्रदेश में गंगा नदी में बहाव तेज हो गया है और बिजनौर में प्रशासन को स्कूल तक बंद करने पड़े हैं। इधर, दिल्ली में भी यमुना नदी की स्थिति कमोबेश गंगा जैसी ही बन गई है।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश की वजह से राजधानी दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, ऐसे में निचले इलाकों में पानी भरने के साथ ही बाढ़ की आशंका भी गहरा गई है। जुलाई की तरह हालात ना पैदा हो जाएं, इस आशंका से दिल्ली में सत्तासीन आदमी पार्टी सरकार और आम जनता दोनों चिंतित हैं।
मिली ताजा जानकारी के अनुसार, यमुना का जल स्तर मंगलवार रात 10 बजे लोहे पुल पर 205.39 मीटर दर्ज हुआ था और दिल्ली में यमुना नदी का खतरे का निशान 205.33 मीटर है। इस स्थिति ने सिंचाई विभाग को भी चिंतित कर दिया है। दिल्ली के सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हालात पर बारीकी से नजर रखी जा रहा है और इससे निपटने के लिए इंतजाम कर लिए गए हैं।
उधर, अधिकारियों का कहना है कि पहाड़ों पर लगातार भारी बारिश के कारण राजधानी में यमुना का जलस्तर 204.50 मीटर के चेतावनी को भी पार कर गया है। उधर, केंद्रीय जल आयोग की वेबसाइट के अनुसार, मंगलवार शाम छह बजे दिल्ली में यमुना का जलस्तर 204.94 मीटर पर पहुंच गया। इसके कुछ देर बाद ही रात 8:00 बजे तक जलस्तर 205.12 मीटर तक पर पहुंच गया। इस तरह यमुना नदी हमें जलस्तर 205.39 मीटर यानी खतरे के निशान को पार कर गया है।
हालात में जल्द सुधार नहीं हुआ तो जुलाई की तरह पुराने पुल से ट्रेनों की आवाजाही भी प्रभावित हो सकती है। वहीं, रेलवे अधिकारियों का कहना है कि हालात अभी काबू में हैं, लेकिन ऐसा कुछ होता है तो जरूरत प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।