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महिला टॉयलेट में कैमरा ऑन कर मोबाइल छोड़ देता था प्रिंसिपल, रायपुर पुलिस का सनसनीखेज खुलासा

School Principal mobile left women toilet: छत्तीसगढ़ में रायपुर जिले के एक सरकारी स्कूल का प्रिंसिपल पिछले दो महीने से घिनौना काम करते हुए अब पकड़ में आया है। उसपर महिला स्टॉफ के टॉयलेट में मोबाइल फोन छुपाकर दो महीने से अश्लील वीडियो रिकॉर्डिंग करने का आरोप है। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई और जांच के दौरान प्रिंसिपल ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

Mobile Video Viral
School Principal mobile left women toilet: रायपुर के तिल्दा नेवरा थाना क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य (प्रिंसिपल) भूपेंद्र कुमार साहू पर एक बेहद गंभीर और शर्मनाक आरोप सामने आया है। उसपर महिला स्टॉफ के टॉयलेट में मोबाइल फोन छुपाकर दो महीने से अश्लील वीडियो रिकॉर्डिंग करने का आरोप है। यह खुलासा तब हुआ जब एक महिला शिक्षक ने टॉयलेट में रखे मोबाइल फोन को देखा और उसमें रिकॉर्डिंग चलती देख कर मामले की जानकारी बाकी स्टाफ को दी। इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई और जांच के दौरान प्रिंसिपल ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

महिला स्टॉफ ने पकड़ा मोबाइल तो सामने आया केस

यह मामला राजधानी रायपुर के तिल्दा नेवरा थाने के बिलाड़ी स्कूल का है। बीते कुछ समय से स्कूल में कार्यरत महिला स्टॉफ में से एक टीचर ने टॉयलेट में रखे एक मोबाइल फोन को देखा। शुरुआत में उसे लगा कि कोई फोन भूल गया है। लेकिन जब उसने फोन जांचा तो वह चालू था और रिकॉर्डिंग मोड में था। इस पर महिला टीचर ने तुरंत इस घटना की जानकारी अपने अन्य महिला साथियों और स्कूल स्टाफ को दी। बाद में सभी ने मिलकर थाने में शिकायत दर्ज कराई।

प्रिंसिपल दो महीने से कर रहा था रिकॉर्डिंग

पुलिस की जांच में पता चला कि यह मोबाइल स्कूल के प्रधानाचार्य भूपेंद्र कुमार साहू का है। आरोपी प्रिंसिपल ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह पिछले दो महीने से महिला स्टॉफ के टॉयलेट में मोबाइल रखकर वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहा था। वह रिकॉर्ड की गई वीडियो को दूसरे मोबाइल और लैपटॉप में ट्रांसफर करता था और रोजाना वीडियो देखकर अपनी अश्लील हरकत को जारी रखता था। प्रिंसिपल के इस घिनौने कृत्य के खुलासे के बाद स्कूल की महिला टीचर्स में भारी डर और चिंता व्याप्त है। उन्होंने बताया कि वह अब स्कूल आने से डरती हैं और मनोवैज्ञानिक रूप से परेशान हैं।

बच्चियों को स्कूल भेजने से किया इंकार

स्कूल के अन्य स्टाफ भी इस घटना से आहत हैं। यह मामला स्कूल के माहौल को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है। इस घटना के बाद स्कूल में पढ़ने वाली बच्चियों के परिवार भी बेहद चिंतित हो गए हैं। उन्होंने इस स्कूल में अपनी बेटियों को भेजने से साफ इनकार कर दिया है। परिवारों ने कहा कि वे अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं और ऐसी घटना से वे बेहद असहज हैं। तिल्दा नेवरा थाना पुलिस ने मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रिंसिपल के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की और उसके कबूलनामे के आधार पर जांच जारी है।

स्कूल में सुरक्षा के प्रति सवाल

इस घटना के बाद स्कूल में सुरक्षा व्यवस्था और महिला स्टाफ के लिए सुरक्षित माहौल बनाने को लेकर सवाल उठने लगे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए स्कूल प्रशासन को कड़े नियम और सख्त निगरानी लागू करनी चाहिए। महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए ऐसे मामलों को रोकने के लिए संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई जरूरी है। यह मामला केवल एक स्कूल का नहीं बल्कि पूरे समाज की बढ़ती अश्लीलता और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता का विषय है। महिलाओं के प्रति इस तरह की शर्मनाक हरकतें सामाजिक और नैतिक रूप से अस्वीकार्य हैं।


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