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छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में गूंजा महादेव ऐप का मुद्दा, उपमुख्यमंत्री बोले- दोषी को दी जाएगी सजा

Mahadev App Scam in Chhattisgarh Assembly: सदन में डिप्टी सीएम ने विजय शर्मा ने कहा कि महादेव एप घोटाले पर जांच की जा रही है। जांच के बाद जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन्हें सजा दी जाएगी।

Mahadev App Scam in Chhattisgarh Assembly: छत्तीसगढ़ के विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन सदन में 2 मुद्दों पर काफी चर्चा हुई है। इसमें से एक मुद्दा स्वामी आत्मानंद स्कूलों को लेकर था और दूसरा मुद्दा महादेव एप घोटाला को लेकर था। स्वामी आत्मानंद स्कूलों के मुद्दों पर शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने जवाब दिया। वहीं महादेव एप घोटाले के मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने जवाब दिया। सदन में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि महादेव एप घोटाले पर जांच की जा रही है। जांच के बाद जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन्हें सजा दी जाएगी।

महादेव एप घोटाले पर क्या बोले डिप्टी सीएम 

महादेव एप घोटाले के सवाल पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि महादेव एप घोटाले पर जांच की जा रही है। जांच के बाद जो दोषी पाए जाएंगे, उन्हें सजा दी जाएगी। इस मामले पर कार्रवाई की अपनी गति पर है। इस मामले को लेकर FIR दर्ज किए गए हैं, वहीं कम से कम 600- 700 अकाउंट भी सीज हुए हैं, जिस पर कार्रवाई चल रही है। इन्फॉर्मेशन डायरेक्टर की तरफ से जो करवाई की जा रही है वह एडवांस स्टेट पर है और काफी आगे बढ़ चुकी है। उन्होंने चालान भी प्रस्तुत किया गया है। यह भी पढ़ें: Chhattisgarh Budget: शिक्षा मंत्री का स्वामी आत्मानंद स्कूलों को लेकर बड़ा ऐलान, जानें अब कौन करेगा देखरेख?

कानूनी कार्रवाई

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि परेशानी यह है कि प्रशासन के पास अधिकृत रूप से इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। जैसे ही यह जानकारी आती है, तो उस पर प्रामाणिकता के साथ कार्रवाई होगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि वह इस मामले में क्या कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि अब तक इस मामले में जितने भी दोषी सामने आए हैं उनकी संपत्ति की जांच कर उन्हे कुर्की के लिए आगे बढ़ाने प्रावधान है।

बस्तर विकास और नक्सली हमले

सदन में उपमुख्यमंत्री ने नक्सली हमले को लेकर भी काफी कुछ कहा है। उन्होंने कहा कि जहां कैंप में नक्सली हमला हुआ, वहां पहले भी पहले कोशिश की थी कैंप बनाने की तो 22 जवान शहीद हुए थे। अभी वहां विकास के कैंप बने हैं। इस कैंप के जरिए से ही बस्तर के कोने-कोने में विकास पहुंच रहा है। बस्तर विकसित न हो इसके लिए नक्सली विरोध कर रहे हैं।


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