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तेज प्रताप यादव और तेजस्वी की पटना हवाई अड्डे पर मुलाकात क्यों बनी चर्चा का विषय? वीडियो आया सामने

Bihar Elections: बिहार में भाई से राजनीतिक प्रतिद्वंदी बने तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच पटना हवाई अड्डे पर मुलाकात हुई. उनकी यह मुलाकात चर्चा का विषय बना हुआ है. बिहार चुनाव में दोनों भाई एक-दूसरे के ख़िलाफ खुलकर प्रचार कर रहे हैं.

तेजस्वी यादव और तेज प्रताप

Bihar Elections: बिहार में भाई से राजनीतिक प्रतिद्वंदी बने तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच पटना हवाई अड्डे पर मुलाकात हुई. उनकी यह मुलाकात चर्चा का विषय बना हुआ है. बिहार चुनाव में दोनों भाई एक-दूसरे के ख़िलाफ खुलकर प्रचार कर रहे हैं. एयरपोर्ट पर हुई मुलाकात के दौरान दोनों नेता एक दूसरे से किसी भी तरह की सीधी बातचीत करने से बचते नजर आए. यूट्यूबर समदीश द्वारा एक पॉडकास्ट के दौरान कैद किया गया यह पल का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ वायरल

वायरल वीडियो में तेज प्रताप हवाई अड्डे की एक दुकान में जैकेट देख रहे हैं. इसी दौरान उनके सहयोगी उन्हें बताते हैं कि तेजस्वी वहां से गुज़र रहे हैं. तेजस्वी के साथ विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी छोटे यादव, यूट्यूबर का अभिवादन तो करते हैं, लेकिन अपने बड़े भाई का अभिवादन नहीं करते. इसके बजाय, तेजस्वी, यूटयूबर के साथ मजाक करते हैं और पूछते हैं कि क्या उनके 'भैया' उनके लिए तोहफे खरीद रहे हैं और फिर वहां से चले जाते हैं. इस दौरान तेजस्वी के जाते ही, तेज प्रताप चुपचाप उन्हें देखते हुए दिखाई दे रहे हैं. उनके चेहरे पर तनाव साफ दिखाई देता है. इसके बाद जब यूट्यूबर ने पूछा कि क्या वह और तेजस्वी बातचीत कर रहे हैं, तो उन्होंने सवाल को टाल दिया और अस्पष्ट रूप से जवाब दिया, "वह ठीक हैं."

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तेज प्रताप को छह साल के लिए किया गया था निष्कासित

तेज प्रताप यादव अब अपनी जनशक्ति जनता दल का नेतृत्व कर रहे हैं. उन्होंने बिहार चुनाव में 22 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. जिनमें राघोपुर भी शामिल है. इसी सीट से तेजस्वी राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. चुनाव प्रचार के दौरान तेज प्रताप ने कहा था कि "यह एक युद्ध का मैदान है. यहां न कोई भाई है, न कोई भतीजा, बस दुश्मन है." इस साल की शुरुआत में तेज प्रताप को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से निकाले जाने के बाद दोनों भाइयों के बीच तनावपूर्ण संबंध और गहरे हो गए. उन्हें पार्टी और परिवार दोनों से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था.

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