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रोहिणी आचार्य की शादी पर पटना में मचा था बवाल, लालू के साले ने लूटे शोरूम, उठाईं लग्जरी गाड़ियां

Rohini Acharya Wedding day Patna Scandal: लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य की शादी के दिन पटना के शोरूमों में जिस तरह लूटपाट हुई, उसे आज भी लालू यादव के कार्यकाल का काला दिन कहते हैं. इस दिन लालू प्रसाद यादव के साले ने कई शोरूमों से लग्जरी गाड़ियां और सामान जबरन उठा लिया था और इसके लिए मालिकों को धमकाया भी गया.

Rohini Acharya Wedding day Patna Scandal: राजनीति छोड़ने और लालू परिवार से किनारा करने वाली तेजस्वी यादव की बहन रोहिणी आचार्य की शादी के दिन पटना के शोरूम में जमकर लूटपाट हुई थी. यह लूटपाट लालू यादव के साले ने ही रोहिणी की शादी के लिए मचाई थी. सत्ता के दुरुपयोग का यह मामला आज भी लालू के कार्यकाल के काले दिन के नाम पर याद किया जाता है. अब रोहिणी यादव एक बार फिर चर्चा में है. बिहार चुनाव के नतीजे आने के बाद रोहिणी आचार्य ने जिस तरह राजनीति छोड़ने का ऐलान करते हुए पिता लालू प्रसाद यादव समेत परिवार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए. उसने सभी को चौंका दिया. हालांकि लालू यादव ने चुप्पी तोड़ते हुए इसे पारिवारिक मामला बताते हुए आपस में सुलझाने की बात कही.

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रोहिणी आचार्य की शादी विवादों में

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार 23 साल पहले 24 मई 2002 को रोहिणी आचार्य की शादी सॉफ्टवेयर इंजीनियर समरेश सिंह से तय थी. उसी दिन बिहार की तत्कालीन राबड़ी देवी सरकार के कार्यकाल में पटना की सड़कों पर लग्जरी गाड़ियों के शोरूमों में जमकर लूटपाट हुई थी. लूटपाट को अंजाम देने वाले राबड़ी देवी के ही दोनों भाई साधू और सुभाष यादव थे. रोहिणी आचार्य की शादी में मेहमान नवाजी के लिए लालू के दोनों सालों ने कई शोरूम से लग्जरी गाड़ियां और अन्य कीमती सामान जबरन उठा लिया. पटना में लूटपाट की यह घटनाएं पटना के बोरिंग रोड स्थित कार्लो मारुति के शोरूम और बोरिंग रोड में स्थित हुंडई मोटर्स के शोरूम में हुईं.

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लालू के कार्यकाल का काला दिन था 24 मई

पटना के शोरूम से लग्जरी गाड़ियां रोहिणी आचार्य की शादी में आए लोगों की मेहमान नवाजी के लिए उठाई गई थीं. बताया जाता है कि करीब 45 लग्जरी गाड़ियां उठाई गईं और शोरूम के मालिकों को सत्ता के दम पर धमकाया गया. इन गाड़ियों के लिए पेट्रोल-डीजल की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी पटना पुलिस की लगाई गई थी. फर्नीचर के शोरूम से 100 से ज्यादा सोफा सेट उठाए गए. इसके अलावा कपड़े के शोरूम और ड्राइफूट की दुकानों पर भी लूटपाट की गई. पटना के इतिहास में इसलिए उस दिन को लालू राज पर सबसे बड़ा धब्बा माना जाता है.

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