Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव में अब सभी दल अपना पूरा दम लगा रहे हैं. इस बार बिहार में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी भी कुछ सीटों पर चुनाव लड़ने वाली है. इसके लिए उन्होंने उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी है. इस पर प्रशांत किशोर ने ओवैसी को सलाह दी है कि वे हैदराबाद को संभालें और वहां अपना किला बचाएं. सीमांचल में भ्रम फैलाने की जरूरत नहीं है. आइए जानते हैं पूरी बात.
'सीमांचल के बेटे को सीमांचल का नेता होना चाहिए'
प्रशांत किशोर ने ओवैसी से कहा कि ओवैसी को बिहार के सीमांचल क्षेत्र में जाने की बजाय अपने निर्वाचित क्षेत्र में ध्यान केंद्रित करना चाहिए. सीमांचल के बेटे को सीमांचल का नेता होना चाहिए. उन्होंने कहा यहां के मुसलमान अब 2020 वाली गलती को दोहराएंगे नहीं. पीके ने किशनगंज की यात्रा के दौरान मीडिया से कहा कि ओवैसी मेरे दोस्त हैं लेकिन उन्हें ये मेरी बिन मांगी सलाह है.
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बाहरी लीडरशिप की जरूरत नहीं
प्रशांत ने कहा कि ओवैसी सम्मानित है और पढ़े-लिखे नेता हैं, उन्हें हैदराबाद में सीमित रहना चाहिए और अपना गढ़ वहां मजबूत करना चाहिए. सीमांचल की सियासत यहां के बेटों को करनी चाहिए. बाहर से यहां आकर अपनी लीडरशिप को स्थापित करने की जरूरत नहीं है.
AIMIM के कितने उम्मीदवार चुनाव में?
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने आगामी विधासभा चुनाव के लिए बिहार में अपने 25 उम्मीदवारों की सूची जारी की है. इन सभी उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने की मंजूरी भी मिल चुकी है. इन सीटों में सिवान, गोपालगंज, किशनगंज आदि शामिल है. बता दें कि साल 2020 में हुए विधानसभा चुनावों में ओवैसी की पार्टी को पांच सीटें मिली थी.
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