सौरभ कुमार, पटना: बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार यानी कल विपक्षी एकता की महाबैठक होनी है। बैठक में शामिल होने के लिए कुछ नेता आज पटना पहुंचेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पटना में होने वाली विपक्ष की बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी जैसे नेता शामिल होंगे।
जानकारी के मुताबिक, आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, भाकपा महासचिव डी.राजा तथा भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य पटना आएंगे। ये सभी नेता राजकीय अतिथिशाला में ठहरेंगे।
केजरीवाल, मान पटनासाहिब में टेकेंगे मत्था
अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान के साथ सांसद संजय सिंह और राधव चड्डा भी पटना आयेगें।पटना आने के बाद पटना तख्त श्री हरिमंदिर साहिब गुरुद्वारा जाएंगे और वहां मत्था टेकेंगे।
कहा जा रहा है कि ममता बनर्जी एयरपोर्ट से सीधे राबड़ी आवास जाएंगी और लालू परिवार से मुलाकात करेंगी। इसके बाद वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मुलाकात करेंगी।
बैठक में पारित हो सकता है 'भाजपा हराओ' का संकल्प
कहा जा रहा है कि विपक्ष की बैठक में पहुंचने वाली विपक्षी पार्टियां न्यूनतम साझा कार्यक्रम तय कर सकती हैं। बातचीत की खास लाइन, भाजपा व उसके सहयोगियों के खिलाफ संयुक्त का विपक्ष का उम्मीदवार देने की होगी। साथ ही ‘भाजपा हराओ’ का संकल्प पारित हो सकता है।
बता दें कि विपक्ष की बैठक पटना के मुख्यमंत्री आवास 'एक अणे मार्ग' में होगी। यहां खाने-पीने की पूरी व्यवस्था की गई है। इसमें बिहारी व्यंजनों को भी परोसने की व्यवस्था की गई है। बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस किया जाएगा।
बैठक को लेकर डिप्टी सीएम तेजस्वी ने दिया ये बयान
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बैठक से पहले कहा कि कोई मोदी पर बात नहीं कर रहा, मुद्दे की बात होगी...प्रशासनिक, समाजिक और राजनीतिक मामलों में विपक्ष में कई नेता हैं जो PM मोदी से ज्यादा अनुभवी हैं। विपक्ष में कोई ऐसा नेता नहीं है जो मीडिया द्वारा निर्मित हो, विपक्ष में ऐसे नेता हैं जो जनता के बीच जाते हैं।
BJP के 'PM मोदी के डर से विपक्ष एक हो रहा है' वाले बयान पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि कोई डर नहीं है। किस बात का डर? अलग-अलग क्यों लड़ना जब हमारे मुद्दे एक हैं। हम सब समान विचारधारा वाली पार्टियां हैं। हम अपने वोट का बिखराव क्यों करें।