अमिताभ ओझा
बिहार में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। छपरा के दहियावां मोहल्ले में एक जूनियर डॉक्टर ने अपने सीनियर और नर्सिंग होम के संचालक को किडैनप कर लिया। इतना ही नहीं जूनियर डॉक्टर ने इस आपराधिक योजना में 4 स्थानीय अपराधियों के साथ हरियाणा का एक शातिर बाउंसर को शामिल करके संचालक की हत्या तक की योजना बना ली।
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पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि एक नर्सिंग होम के संचालक डॉ. सजल कुमार हैं। मुर्छक चिकित्सक डॉ. शिवनारायण सजल के सहयोगी हैं। पुलिस की जांच में सामने आया कि डॉ. सजल द्वारा खरीदी गई जमीन और उनकी बढ़ती आमदनी की जानकारी उनके नर्सिंग होम में ही कार्यरत डॉ. शिवनारायण को हो गई थी। यहीं से उसके मन में लालच पनपा और उसने अपने बाउंसर मॉन्टी के साथ मिलकर एक करोड़ रुपये की फिरौती वसूलने तथा बाद में हत्या कर शव ठिकाने लगाने की योजना बना ली। योजना के अनुसार डॉ. सजल का अपहरण कर उन्हें यूपी के सीमावर्ती मांझी इलाके में हरियाणा के अपराधियों के हवाले करना था।
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पुलिस के अनुसार, डॉक्टर शिवनारायण ने अवतारनगर थाना क्षेत्र के धर्मबागी गांव निवासी गोलू कुमार और सोनू राय, नगर थाना क्षेत्र के दहियावां जगदम्बा रोड निवासी रंजन राय तथा साहेबगंज निवासी धीरज गिरी को साजिश में शामिल किया। वहीं हरियाणा के बल्लभगढ़ थाना क्षेत्र के फरीदाबाद गांव का मॉन्टी भारती इस पूरे षड्यंत्र का मुख्य सहयोगी था।
एसएसपी डॉ. कुमार आशीष ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसपी रामपुकार सिंह के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने सबसे पहले रंजन राय और सोनू राय को गिरफ्तार किया। पूछताछ में परत-दर-परत पूरी साजिश का खुलासा हुआ। हथियार बरामदगी के दौरान हुई मुठभेड़ में दोनों अपराधी घायल भी हुए।
हालांकि अपहरण के दौरान डॉक्टर सजल के ड्राइवर की सूझबूझ और साहस से साजिश नाकाम हो गई। गाड़ी में हंगामा होने के बाद डॉक्टर सजल कूदकर जान बचाने में सफल रहे, जबकि अपराधियों की गाड़ी जिलाधिकारी आवास के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
एसएसपी ने बताया कि आरोपियों के पास से पिस्टल, कट्टा और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। मुख्य साजिशकर्ता डॉ. शिवनारायण और मॉन्टी भारती के खिलाफ पहले से भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। फिलहाल इस खौफनाक साजिश का पर्दाफाश हो चुका है और आगे की कार्रवाई जारी है।
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