बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने चुनाव में धनबल, शराब, नशे और मुफ्त उपहारों (फ्रीबीज) के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए हैं. आयोग ने इस संबंध में सभी प्रवर्तन एजेंसियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं ताकि चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न हो सके.
एक बयान में, चुनाव निकाय ने कहा कि उम्मीदवारों द्वारा किए गए चुनाव खर्च की निगरानी के लिए व्यय पर्यवेक्षकों को पहले ही तैनात किया जा चुका है और वे चुनाव की अधिसूचना के दिन अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पहुंच चुके हैं.
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सर्विलांस टीम 24 घंटे रहेंगी तैनात
चुनाव आयोग ने कहा, 'यात्रा के दौरान वे निगरानी में लगी सभी टीमों से मिलेंगे. फ्लाइंग स्क्वाड, सर्विलांस टीम, वीडियो सर्विलांस टीम चौबीसों घंटे सतर्क रहेंगी ताकि मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए धन-बल या अन्य प्रलोभनों के किसी भी संदिग्ध मामले पर नजर रखी जा सके.'
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चुनाव आयोग ने बताया कि चुनाव की घोषणा के बाद से विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा कुल 33.97 करोड़ रुपये मूल्य की नकदी, शराब, ड्रग्स और मुफ्त सामान जब्त किया गया है.
NDA ने की सीट बंटवारे की घोषणा
इससे पहले रविवार को, सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने आगामी बिहार चुनावों के लिए अपनी सीट-बंटवारे की घोषणा की, जिसमें भाजपा और जेडीयू 101-101 सीटों पर, लोजपा (रामविलास) 29 सीटों पर, राष्ट्रीय लोक मोर्चा छह सीटों पर और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा छह सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
एनडीए सहयोगियों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), जनता दल (यूनाइटेड) (जेडीयू), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं.
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इन चुनावों में, एनडीए का मुकाबला राजद के तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक, कांग्रेस, दीपांकर भट्टाचार्य के नेतृत्व वाली सीपीआई (एमएल), सीपीआई, सीपीएम और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) से होगा.
इस बार बिहार में प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी जन सुराज पार्टी के रूप में एक नए खिलाड़ी का प्रवेश भी होगा.