Delhi to Patna in Just 4 Hours New Bullet Train Route: वो दिन दूर नहीं, जब दिल्ली से पटना की दूरी केवल 4 घंटे में तय होगी। दिल्ली से हावड़ा के लिए केवल साढ़े 6 घंटे का सफर करना होगा। यह संभव होगा इस रूट पर बुलेट ट्रेन के चलने के बाद। केंद्र सरकार ने मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के अंतिम दौर में होने के बाद इस नए रूट पर भी काम शुरू कर दिया है।
रेलमंत्रालय के अनुसार, दिल्ली से हावड़ा तक की 1669 किलोमीटर की दूरी को बुलेट ट्रेन केवल साढ़े 6 घंटे में काम कर लेगी। वहीं, दिल्ली से पटना तक 1078 किलोमीटर की दूरी के लिए केवल 4 घंटे का समय लगेगा। इससे यात्रियों का काफी समय बचेगा।
तीन राज्यों को जोड़ेगी बुलेट, रूट पर 9 मुख्य स्टेशन
Delhi-Howrah bullet train के रास्ते में 9 मुख्य स्टेशन बनेंगे जो उत्तरप्रदेश, बिहार और बंगाल के मुख्य शहरों को जोड़ेंगे। दिल्ली के अलावा आगरा कैंट, कानपुर सेंट्रल, अयोध्या, लखनऊ, वाराणसी, पटना, आसनसोल और हावड़ा में बुलेट ट्रेन के स्टॉपेज बनेंगे, यानी यह ट्रेन उत्तर प्रदेश के 5, बिहार के 1 और पश्चिम बंगाल के 2 शहरों से होकर गुजरेगी। हर स्टेशन पर आधुनिक हब तैयार किए जाएंगे, जिसमें मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी, डिजिटल टिकटिंग, स्वचालित सुरक्षा सिस्टम और ग्रीन बिल्डिंग इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल होंगे।
पटना को मिलेगा स्पेशल ट्रीटमेंट
Delhi-Howrah bullet train प्रोजेक्ट में पटना को लेकर एक खास योजना है। शहर में बुलेट ट्रेन के लिए 60 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड ट्रैक बनाया जाएगा, ताकि पटना में बुलेट ट्रेन का सफल संचालन हो सके, वहीं लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी और पर्यावरण पर भी असर कम पड़ेगा। इस प्रोजेक्ट का निर्माण दो चरण में होगा। पहले चरण में दिल्ली से वाराणसी तक काम चलेगा। उसके बाद दूसरे चरण के तहत वाराणसी से हावड़ा तक काम चलेगा। इस पूरी योजना पर लगभग 5 लाख करोड़ रुपये का अनुमानित खर्च आएगा। मुंबई-अहमदाबाद प्रोजेक्ट की तरह Delhi-Howrah प्रोजेक्ट को भी जापानी तकनीक और निवेश के सहयोग से पूरा किया जा सकता है।
दिल्ली से हावड़ा बुलेट ट्रेन के फायदे
Delhi-Howrah bullet train प्रोजेक्ट सिर्फ तेज़ ट्रांसपोर्ट नहीं, बल्कि आर्थिक विकास का इंजन साबित हो सकता है। यह प्रोजेक्ट बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के लिए पर्यटन और निवेश के नए रास्ते खोलेगा। इसके अलावा पटना, वाराणसी और आसनसोल जैसे शहरों में बुलेट ट्रेन स्टेशनों के आसपास औद्योगिक क्लस्टर उभर सकते हैं। दिल्ली, लखनऊ और कोलकाता में इलाज के लिए आने-जाने में समय की बचत होगी। अयोध्या, वाराणसी और पटना जैसे धार्मिक व सांस्कृतिक शहरों तक यात्री तेज़ी से पहुंच पाएंगे। जैसे-जैसे सर्वे पूरा हो रहा है और परियोजना योजनाबद्ध ढंग से आगे बढ़ रही है, उम्मीद की जा रही है कि यह ट्रेन आने वाले वर्षों में दिल्ली से पटना और हावड़ा के बीच ट्रैवल का सबसे पसंदीदा साधन बन जाएगी।