Bihar Politics: चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर बिहार में जन सुराज (स्वराज) पदयात्रा को लेकर पूरे प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। इस दौरान वे सभी पार्टियों पर निशाना भी साध रहे हैं। पटना में एक बार फिर प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर हमला बोला।
नीतीश कुमार की विपक्षी एकता मुहिम पर कटाक्ष करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार की लंगड़ी सरकार है। उन्होंने बिहार की चिंता करनी चाहिए।
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चंद्रबाबू नायडू का दिया उदाहरण
प्रशांत किशोर ने कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भी 2019 में उसी भूमिका में थे जिस भूमिका में नीतीश कुमार आने का प्रयास कर रहे हैं। नीतीश कुमार की लंगड़ी सरकार है, मगर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बहुमत में थे। यही भूमिका (नीतीश कुमार की) उन्होंने (चंद्रबाबू नायडू) शुरू की थी कि सभी को मैं साथ लाऊंगा। उसका नतीजा ये हुआ कि उनके 23 विधायक जीते और वो सत्ता से बाहर हो गए। नीतीश कुमार को बिहार की चिंता करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के पास शून्य सांसद हैं, वे देश के प्रधान मंत्री का फैसला कर रहे हैं। जिसका (राजनीति में) कोई स्थान नहीं है, वह सभी को एकजुट कर रहा है।
तेजस्वी की पहचान सिर्फ लालू से, और कोई काबिलियत नहीं
नीतीश कुमार ने सोमवार को ममता बनर्जी-अखिलेश से की मुलाकात
दरअसल, सोमवार को नीतीश कुमार और डिप्टी तेजस्वी यादव ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात की। इसके बाद लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से भी मिले। नीतीश कुमार ने बीते दिनों कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी।
नीतीश कुमार ने सभी विपक्षी दलों से 2024 लोकसभा चुनाव के रोडमैप पर फैसला करने के लिए बातचीत करने का आग्रह करते हुए कहा, 'मुझे अपने लिए कुछ नहीं चाहिए। मैं देश हित में काम करूंगा। अन्य लोग भी होंगे और हम बैठकर फैसला करेंगे। उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधा और कहा, 'भारत के विकास के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है, जो सत्ता में हैं वे केवल अपने प्रचार में रुचि रखते हैं।'
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