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उत्तराखंड के टिहरी में पुरोला कांड दोहराने की साजिश! अल्पसंख्यक युवक पर लड़की से दुष्कर्म का आरोप

Bihar laborer accused of Rape In Uttarakhand: उत्तराखंड में एक प्रवासी मजदूर पर लड़की के साथ दुष्कर्म का आरोप लगा है। इसके बाद लोगों ने उसका सिर मुंडवाया और पिटाई भी की। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। यह है […]

Bihar laborer accused of Rape In Uttarakhand
Bihar laborer accused of Rape In Uttarakhand: उत्तराखंड में एक प्रवासी मजदूर पर लड़की के साथ दुष्कर्म का आरोप लगा है। इसके बाद लोगों ने उसका सिर मुंडवाया और पिटाई भी की। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

यह है मामला

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बिहार के एक मजदूर पर टिहरी में समुदाय विशेष की लड़की के साथ दुष्कर्म का आरोप लगा है। लड़की से रेप और गर्भवती करने के मामले में स्थानीय लोगों ने उसका सिर मुंडवाकर चेहरा काला कर दिया। पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि आरोपी बिहार के किशनगंज का रहने वाला है। इसकी पहचान दिल जाफर के रूप में हुई है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

बिहारी मजदूरों में भय का माहौल

घटना के बाद से उत्तराखंड में मजूदरी कर रहे अन्य बिहारी मजूदरों में डर का माहौल है। जानकारी के अनुसार घटना के बाद बिहार के मजदूरों को गांव और आसपास के इलाकों से निकाल दिया गया। हालांकि पुलिस ने इन खबरों को खंडन करते हुए कहा कि ऐसी कोई घटना किसी मजदूर के साथ नहीं हुई है। पुलिस के अनुसार स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है। साथ ही बिहारी मजदूरों के क्षेत्र में पुलिस ने अपनी गश्त बढ़ा दी है। पुलिस के अनुसार किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

यह हुआ था पुरोला में

26 मई को उत्तराखंड के पुरोला में स्थानीय लोगों ने 2 लड़कों को जितेंद्र सैन और जाहिद मलिक को एक स्थानीय नाबालिग लड़की के साथ पकड़ लिया था। पुलिस ने दोनों लड़कों को गिरफ्तार कर पाॅक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया। इसके साथ क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव का माहौल बन गया था। हिंदूवादी संगठनों और भाजपा नेताओं ने इसे लव जिहाद बताकर प्रदर्शन किया था। हिंदूवादी संगठनों ने 27 मई को मुस्लिमों की दुकानें बंद करवा दी थी। इसके बाद 29 मई को 1 हजार लोगों ने एक बड़ी रैली निकाली जिसमें भीड़ ने मुस्लिमों को निशाना बनाया था।


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