नई दिल्ली: दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर सीबीआई की रेड को लेकर आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने भाजपा पर निशाना साधा है। आप के विधायक ने कहा कि न्यूयॉर्क टाइम्स में आम आदमी पार्टी की खबर छपी, इसलिए भारतीय जनता पार्टी के पेट में दर्द हुआ।
उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि मैं भाजपा को चुनौती देता हूं कि आपके पास जितना पैसा है, आप खर्च कर दीजिए, आपमें जितनी ताकत है, आप अपनी ताकत लगा लीजिए, कल आप अपनी खबर न्यूयॉर्क टाइम्स के फ्रंट पेज पर छपवा दीजिए, हम भी मान जाएंगे।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी की खबर पेड न्यूज है तो आपके पास हमसे ज्यादा पैसा है। आप विश्वगुरु की फोटो छपवा कर दिखा दो। उन्होंने कहा कि ये खुली चुनौती मैं भारतीय जनता पार्टी को दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि जिस बात पर भारतीय जनता पार्टी को फख्र होना चाहिए था, दुनिया के कोने-कोने बैठे हर हिंदुस्तानी को फख्र हो रहा है कि जहां पहले अंतरराष्ट्रीय खबरों में भारत की गरीबी की खबरें छपा करती थीं, भारत में हो रहे बलात्कारों की खबरें छपा करती थी, भारत की बुराईयों की खबरें छपा करती थीं, भारत सरकार की नाकामियों की खबरें छपती थीं, जिससे वहां रह रहे भारतीयों का सिर नीचा हो जाया करता था, आज अंतरराष्ट्रीय अखबार के अंदर भारत के एक राज्य दिल्ली में हो रही शिक्षा क्रांति की खबर छपी है।
भाजपा ने लगाया आरोप- खबर को बताया झूठा
उधर, भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने आप आदमी पार्टी पर आरोप लगाया है कि न्यूयॉर्क टाइम्स और ख़लीज़ टाइम्स में पैसे देकर ख़बर तो छपवा ली, पर झूठ और चोरी की आदत नहीं गयी। उन्होंने एक ट्वीट किया जिसमें एक ओर एनवाईटी की खबर तो दूसरी ओर के प्राइवेट स्कूल की फोटो है। कपिल मिश्रा ने दावा किया कि ये फ़ोटो दिल्ली के सरकारी स्कूल की नहीं बल्कि मयूर विहार के मदर मैरी स्कूल के बच्चों की है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल और सिसोदिया देश में और विदेश में भी झूठ बेच रहे हैं।
कपिल मिश्रा ने ये भी कहा कि दो विकेट गिर गए थे और तीसरा भी जल्द ही गिरेगा। उन्होंने कहा कि मैं पिछले पांच साल से कह रहा हूं कि सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल सभी भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाएंगे। दो विकेट गिरे हैं और तीसरा चोर भी जल्द पकड़ा जाएगा। मिश्रा ने आरोप लगाया कि सिसोदिया ने न केवल शराब माफिया की सांठगांठ से पैसा कमाया, बल्कि कई परिवारों को शराब की ओर धकेलते हुए कई जगहों पर शराब की दुकानें भी खोलीं।