नई दिल्ली: भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच इंग्लैंड के द ओवल में खेले जा रहे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले के दूसरे दिन टीम इंडिया ने दमदार शुरुआत की। मोहम्मद सिराज ने 163 रन बनाकर खेल रहे ट्रैविस हैड को आउट कर शानदार आगाज किया, इसके बाद मोहम्मद शमी ने कैमरून ग्रीन को 6 रन पर चलता कर दिया। बीच में टीम इंडिया को कई मौके मिले, लेकिन रोहित के कंफ्यूजन के चलते एक मौका हाथ से निकल गया।
97वें ओवर में दो बार हुई जोरदार अपील
ये नजारा 97वें ओवर में देखने को मिला। मोहम्मद शमी की लास्ट दो गेंदों में टीम इंडिया को दो बड़े मौके मिले। शमी की पांचवीं गेंद एलेक्स कैरी के पैड्स से जा टकराई। इसके बाद जोरदार अपील हुई, तो रोहित ने रिव्यू के लिए टीम मेंबर्स से पूछा, लेकिन उन्होंने दिलचस्पी नहीं दिखाई। दरअसल, इस बॉल पर कैरी थोड़ा आगे थे और शायद गेंद लेग स्टंप मिस कर रही थी। इसलिए टीम इंडिया ने रिव्यू नहीं लिया। अब बारी थी अगली गेंद की।
रोहित ने पहले रिव्यू लिया, फिर मना कर दिया
शमी की अगली गेंद पर एक बार फिर कैरी बीट हुए। इस बार बॉल मिडल स्टंप के आसपास लग रही थी। जैसे ही गेंद पैड से लगी, पहले से भी तेज अपील की गई। रोहित इस बार विकेटकीपर केएस भरत से सहमत नजर आए, उन्होंने डीआरएस के लिए इशारा कर दिया, लेकिन ये क्या? थोड़ी ही देर बाद रोहित ने इस अपील को खारिज कर दिया। रोहित के इस फैसले से कमेंटेटर भी थोड़ा हैरान नजर आए। अगर ये रिव्यू लिया जाता तो शायद टीम इंडिया को तुरंत एक और विकेट मिल जाता क्योंकि बॉल शायद लेग स्टंप को हिट कर रही थी।
टेस्ट की प्रति पारी में तीन रिव्यू ले सकते हैं
दरअसल, रोहित ने ये रिस्क इसलिए भी नहीं लिया क्योंकि टीम इंडिया पहले ही एक रिव्यू गंवा चुकी है। वर्तमान ICC नियमों के अनुसार, टेस्ट क्रिकेट में प्रत्येक टीम को हर पारी में तीन रिव्यू मिलते हैं। ऐसे में भारतीय टीम के पास दो रिव्यू थे, लेकिन रोहित ने अपना फैसला बदलकर चौंका दिया। हालांकि इसके बाद 99वें ओवर में टीम इंडिया को एक और सफलता मिली। शार्दुल ठाकुर ने 121 रन बनाकर खेल रहे स्टीव स्मिथ को बोल्ड कर पवेलियन लौटा दिया। ऑस्ट्रेलिया के 6 विकेट 387 रन पर आउट हुए।