नई दिल्ली: भारत दौरे पर आई ऑस्ट्रेलियाई टीम 1 मार्च से तीसरा टेस्ट खेलने के लिए तैयार है। ऑस्ट्रेलियाई टीम के लगभग आधे प्लेयर किसी न किसी वजह से देश वापस लौट चुके हैं, कप्तान पैट कमिंस व्यक्तिगत कारणों से घर जा चुके हैं, लेकिन अब टीम को तीसरे टेस्ट से पहले बड़ी राहत मिल गई है। भारत के खिलाफ चल रही चार मैचों की श्रृंखला के पहले दो टेस्ट में चूकने वाले मिचेल स्टार्क और कैमरन ग्रीन तीसरे टेस्ट में खेलने के लिए तैयार हैं। दोनों को उंगली की चोट से उबरने के बाद खेलने के लिए मंजूरी दे दी गई है। हालांकि स्टार्क पूरी तरह से चोट से नहीं उबर पाए हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि इसमें समय लगेगा।
यह मेरे लिए चिंता का स्तर नहीं है
स्टार्क ने अपनी उंगली की चोट के बारे में कहा- थोड़ी असुविधा होने वाली है। मुझे नहीं लगता कि मैं 100% ठीक हूं, लेकिन गेंद आ रही है। छह सप्ताह से स्प्लिंट और आगे भी इसी में रहने के कारण समस्या होना तय है। जब मैं गेंदबाजी करता हूं तो यह हर दिन की प्रगति के बारे में है। यह मेरे लिए चिंता का स्तर नहीं है, आराम का स्तर है। स्टार्क ने आगे कहा- यह पहला टेस्ट मैच नहीं होगा जिसे मैंने किसी तरह की परेशानी में खेला हो। अगर मैं केवल तब खेलता जब मैं 100% ठीक था, तो मैं केवल पांच या दस टेस्ट ही खेलता। मैंने पिछले 10 या 12 वर्षों में इससे निपटने के लिए काफी दर्द सहा है।
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तेज गेंदबाजों की भी भूमिका अहम
पहले दो टेस्ट में स्पिन के दबदबे के बावजूद स्टार्क ने कहा कि तेज गेंदबाजों की भी भूमिका होती है। स्टार्क ने कहा- पहले दो टेस्ट के लिए यह एक चुनौती थी। हम स्पिन को एक बड़ी भूमिका निभाते हुए देखते हैं। तेज गेंदबाजों के पास अभी भी नई गेंद के साथ खेलने का मौका है। सीम गेंदबाज इस टेस्ट सीरीज में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, जैसा कि हमने भारतीय खिलाड़ियों के साथ देखा है। पैट भी कई बार गेंद से भी आक्रमण करते रहे हैं। स्टार्क ने आगे कहा- बाएं हाथ का बल्लेबाज होना थोड़ा अलग है। निश्चित रूप से मैं फुटमार्क भी बना सकता हूं।
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