PR Sreejesh: भारतीय पुरुष टीम के पूर्व गोलकीपर पीआर श्रीजेश प्रतिष्ठित पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है। यह भारत का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है। पीआर श्रीजेश इस समय जूनियर पुरुष टीम के कोच के रूप में कार्यरत हैं।
पीआर श्रीजेश का करियर बेहद शानदार रहा है। 18 साल लंबे करियर में उन्होंने 336 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 के बाद संन्यास लिया था।
बने ये कारनामा करने वाले दूसरे हॉकी खिलाड़ी
पीआर श्रीजेश महान मेजर ध्यानचंद के बाद पद्म भूषण प्राप्त करने वाले केवल दूसरे हॉकी खिलाड़ी बन गए हैं। मेजर ध्यानचंद को 1956 में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। अपने आखिरी ओलंपिक में पीआर श्रीजेश ने बेहद शानदार प्रदर्शन किया था। उनकी असाधारण गोलकीपिंग ने भारत को कांस्य पदक दिलाने में अहम योगदान दिया है।
उनके अवार्ड्स की लिस्ट में 2021, 2022 और 2024 में एफआईएच गोलकीपर ऑफ द ईयर, 2015 में अर्जुन पुरस्कार, 2021 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार और 2021 में वर्ल्ड गेम्स एथलीट ऑफ द ईयर का खिताब शामिल हैं।
श्रीजेश ने कही ये बात
श्रीजेश ने पीटीआई भाषा को दिए साक्षात्कार में कहा, "मुझे सुबह खेल मंत्रालय से फोन आया था, लेकिन मैं शाम तक आधिकारिक घोषणा का इंतजार कर रहा था। इस दौरान सब कुछ मेरे दिमाग में फ्लैशबैक की तरह चल रहा था। जब पुरस्कारों की घोषणा की गई, तब मैं राउरकेला में हॉकी इंडिया लीग का मैच देख रहा था।"
उन्होंने कहा, "खेल से संन्यास लेने के बाद यह पुरस्कार पाकर मुझे ऐसा महसूस हुआ कि पिछले 20 सालों में मैंने भारतीय हॉकी के लिए जो कुछ भी किया है, उसके लिए देश मुझे सम्मानित कर रहा है। मैं अपने देश का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं, जिसने मुझे जितना दिया, उससे कहीं ज्यादा दिया है।"