Para Athlete Sheetal Devi: पैरा एथलीट शीतल देवी अपनी तीरंदाजी के लिए जानी जाती हैं. वो जन्म से ही भुजाहीन हैं लेकिन उनमें प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. अब वो इतिहास रचने जा रही है, क्योंकि पैरा एथलीट होने के बावजूद अब वो सक्षम खिलाड़ियों के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उतरने वाली है. ये अपने आप में उनका एवरेस्ट जैसा हौसला और शेर जैसा जिगर दिखाता है. वो अपनी तीरंदाजी का प्रदर्शन अब सक्षम एथलीट्स के बीच करेंगी और इसे लेकर वो बहुत ज्यादा उत्साहित हैं. उनकी कहानी हर एक भारतीय को प्रेरणा देगी.
शीतल देवी ने किया बड़ा कारनामा
जम्मू-कश्मीर में जन्मीं 18 साल की शीतल देवी ने राष्ट्रीय सिलेक्शन ट्रायल में हिस्सा लिया था. चार दिन तक चले इस ट्रायल में 60 से ज्यादा सक्षम तीरंदाजों ने हिस्सा लिया था और उन्होंने तीसरा स्थान प्राप्त किया. इन सभी सक्षम खिलाड़ियों के बीच उनका टॉप 3 में जगह बनाना काफी बड़ी बात है. उन्होंने दो राउंड में कुल 703 अंक प्राप्त किए. पहले में उन्हें 352 और दूसरे में 351 अंक मिले थे.
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फाइनल रैंकिंग में तेजल साल्वे पहले, वैदेही जाधव दूसरे और शीतल देवी तीसरे स्थान पर रहीं. उन्होंने मात्र 0.25 अंक से ज्ञानेश्वरी गडाधे को पीछे छोड़ दिया. इसी के साथ उन्हें सक्षम एथलीट्स की जूनियर टीम में शामिल किया गया है और वो जेद्दाह में होने वाले एशिया कप चरण-3 का हिस्सा बनेंगी. शीतल को तुर्की की अजोनूर क्यूर गिर्डी से प्रेरणा मिली थी, क्योंकि वो भी पैरा एथलीट होने के बावजूद सक्षम प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेती हैं.
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शीतल देवी ने एशिया कप चरण-3 में जगह बनाने पर क्या बोला?
सक्षम एथलीट्स के साथ एशिया कप चरण-3 के लिए क्वालीफाई करने पर शीतल देवी ने कहा, 'जब मैंने खेलना शुरू किया था, तो मेरा सपना एक दिन सक्षम खिलाड़ियों के साथ प्रतियोगिता में हिस्सा लेना था. मैं कई बार असफल हुई थीं लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी. आज मेरा वो सपना सच होने के बेहद करीब है.'
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