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आखिरी ओवर में हर गेंद पर पलटी बाजी, रहाणे का गुस्सा तो शुभम दुबे ने बढ़ाई धड़कनें, रोमांच की हदें हुईं पार

KKR vs RR: ईडन गार्डन्स के मैदान पर आखिरी ओवर में पल-पल बाजी पलटी। शुभम दुबे बेहतरीन बल्लेबाजी करने के बावजूद राजस्थान की नैया को पार नहीं लगा सके।

KKR vs RR
KKR vs RR: हर गेंद के साथ पलटती बाजी। हर एक शॉट के साथ ड्रेसिंग रूम में बढ़ती टेंशन। स्टैंड में जीत की दुआ करते दर्शक और मैदान पर चिंतित कप्तान। एक टी-20 मैच में जिस रोमांच की आस लेकर फैन्स ग्राउंड तक पहुंचते हैं वो सबकुछ ईडन गार्डन्स के मैदान पर केकेआर और राजस्थान रॉयल्स के बीच खेले गए मुकाबले में देखने को मिला। शुभम दुबे ने अपनी आतिशी बल्लेबाजी से लगभग जीत को राजस्थान की झोली में डाल ही दिया था, लेकिन वो आखिरी गेंद फील्डर को भेदकर नहीं निकल सकी। जोफ्रा आर्चर के उस रनआउट ने केकेआर के खेमे को जश्न में डूबने का मौका दे दिया, तो राजस्थान का ड्रेसिंग रूम एक बार फिर मायूस ही रह गया।

आखिरी ओवर का रोमांच

राजस्थान रॉयल्स को आखिरी ओवर में जीत के लिए 22 रनों की जरूरत थी। कप्तान रियान पराग आउट हो चुके थे और केकेआर का पलड़ा भारी लग रहा था। कप्तान रहाणे ने गेंद वैभव अरोड़ा के हाथों में थमाई। क्रीज पर थे जोफ्रा आर्चर और शुभम दुबे। पहली गेंद पर आर्चर ने तेजी से दो रन दौड़े। मगर दूसरी गेंद पर सिर्फ एक ही रन बन सका। अब चार गेंदों में राजस्थान को जीत के लिए 19 रनों की दरकार थी। केकेआर फैन्स के चेहरे खिल उठे थे और जीत की खुशबू आने लगी थी। मगर असली रोमांच की शुरुआत तो अभी होनी बाकी थी। तीसरी गेंद पर इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर उतरे शुभम ने जोरदार सिक्स जमा दिया। इस सिक्स के लगते ही कप्तान रहाणे अपने गेंदबाज पर झल्लाए हुए नजर आए। अब 3 गेंद बची थी और जीत के लिए 13 रनों की जरूरत थी। पलड़ा अभी भी डिफेंडिंग चैंपियन का ही भारी था, लेकिन केकेआर के खेमे में अब हार का डर पैदा हो चुका था। चौथी गेंद को शुभम ने स्क्वायर लेग की तरफ ढकेला और बॉल फील्डर को चकमा देते हुए बाउंड्री लाइन के पार पहुंच गई। अब यह मैच पूरी तरह से खुल चुका था। राजस्थान के खेमे में मानो शुभम ने नई जान फूंक दी थी।

आखिरी गेंद पर जीत नहीं दिला सके शुभम

पांचवीं गेंद पर शुभम ने वैभव की गेंद पर तीर की तरह सामने की ओर शॉट खेला, जो सीधा बाउंड्री लाइन के पार जाकर गिरा। इस सिक्स के साथ ही राजस्थान की उम्मीदें जाग उठीं। कोलकाता के ड्रेसिंग रूम में बैचेनी बढ़ चुकी थी और कप्तान रहाणे के चेहरे पर तनाव साफतौर पर नजर आ रहा था। हालांकि, वैभव आखिरी गेंद को एकदम जड़ में फेंकने में सफल रहे। शुभम और आर्चर दो रन लेने के लिए दौड़े तो सही मगर आर्चर क्रीज से दूर रह गए और वैभव ने स्टंप उखाड़कर कोलकाता की जीत पर मुहर लगा दी।


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