TrendingVladimir PutinSwaraj Kaushalparliament winter session

---विज्ञापन---

क्रिकेट जगत में शोक की लहर, वेस्टइंडीज के विश्व कप विजेता खिलाड़ी का हुआ निधन 

Bernard Julien Dies: वेस्टइंडीज की टीम में आज शोक की लहर है. वनडे वर्ल्ड कप 1975 में वेस्टइंडीज की टीम को चैंपियन बनाने वाले बर्नार्ड जूलियन का निधन हो गया है. वेस्टइंडीज के लिए गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन करने वाले इस स्टार ऑलराउंडर ने 75 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा है. बर्नार्ड जूलियन ने वेस्टइंडीज की टीम को पहला वनडे विश्व कप जिताने में बेहद अहम भूमिका निभाई थी.

Bernard Julien

Bernard Julien Dies: क्रिकेट जगत को आज गहरा सदमा लगा है. वेस्टइंडीज के दिग्गज खिलाड़ी के निधन के कारण शोक की लहर है. वनडे वर्ल्ड कप 1975 में वेस्टइंडीज को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले बर्नार्ड जूलियन ने 75 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा है. बर्नार्ड ने वेस्टइंडीज के लिए गेंद और बल्ले दोनों के साथ अहम भूमिका निभाई थी, जिसके कारण ही टीम ने पहला वनडे विश्व कप बेहद आसानी से अपने नाम कर लिया था. इनका रिकॉर्ड बहुत ही शानदार है. 

बर्नार्ड जूलियन का हुआ निधन 

वेस्टइंडीज के लिए बर्नार्ड जूलियन ने 24 टेस्ट और 12 वनडे मैच खेले थे. टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 30.92 की औसत से 866 रन बनाए और 37.36 की औसत से 50 विकेट अपने नाम किए. वनडे क्रिकेट में जूलियन ने कुल 18 विकेट 25.72 की औसत से झटके थे. बाएं हाथ के स्विंग गेंदबाज होने के नाते वो टीम का अहम हिस्सा होते थे. गेंद और बल्ले दोनों के साथ ही उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी. वर्ल्ड कप 1975 में जूलियन ने श्रीलंका के खिलाफ 20 रन देकर 4 विकेट हासिल किया था. वहीं न्यूजीलैंड के खिलाफ 27 रन देकर 4 विकेट झटके थे. लॉर्ड्स में खेले गए फाइनल मुकाबले में जूलियन ने 38 रन देकर 2 विकेट झटके और 26 रनों की बेहद अहम पारी भी खेली थी. जिसके कारण ही वो टीम के सुपरस्टार बने थे. 

---विज्ञापन---

ये भी पढ़ें: IND W vs PAK W: पाकिस्तान टीम को घुटने पर लाने वाली क्रांति गौड़ कौन? पहले ही वर्ल्ड कप मैच में कर दिया बड़ा कमाल

---विज्ञापन---

छोटा लेकिन प्रभावी रहा था बर्नार्ड का करियर 

इंटरनेशनल क्रिकेट में बर्नार्ड जूलियन ने अपना डेब्यू इंग्लैंड के खिलाफ 1973 में किया था. वहीं आखिरी मुकाबला मार्च 1977 में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था. हालांकि घरेलू क्रिकेट में वो 1983 तक खेलते हुए नजर आए थे. बल्लेबाजी और गेंदबाजी के अलावा वो फील्डिंग में भी बेहद अहम भूमिका निभाते थे. वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने उनके निधन की खबर फैंस को देते हुए अपना दुख प्रकट किया है. इसके साथ ही उनके करियर और उपलब्धियों को याद करते हुए बर्नार्ड जूलियन की जमकर तारीफ भी की है. 

ये भी पढ़ें: 50 ओवर 564 रन 44 चौके 29 छक्के अद्भुत, अविश्वसनीय, अकल्पनीय, सबसे बड़ी जीत दर्ज करके रचा इतिहास 


Topics:

---विज्ञापन---