Washington Sundar Gambhir: ओल्ड ट्रैफर्ड के मैदान पर वॉशिंगटन सुंदर ने रविंद्र जडेजा संग मिलकर जो पारी खेली उसे सदियों तक याद रखा जाएगा। दबाव से भरे मुकाबले और हावी होती इंग्लिश टीम के सामने वॉशिंगटन ने अतिसुंदर पारी खेली। सुंदर के बल्ले से निकला यह टेस्ट करियर का पहला शतक था, जो एकदम सही समय पर आया। हालांकि, उनकी इस पारी के पीछे हेड कोच गौतम गंभीर के वो मैजिकल शब्द थे, जो सुंदर के लिए वरदान बन गए। इस बात का खुलासा खुद वॉशिंगटन ने मैच के बाद किया है।
गंभीर के मैजिकल शब्द बन गए वरदान
चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में टीम इंडिया ने 188 के स्कोर पर केएल राहुल का विकेट गंवाया। स्कोर बोर्ड पर अभी 40 रन और ही लगे थे कि कप्तान शुभमन गिल भी पवेलियन लौट गए। ऋषभ पंत चोटिल थे ऐसे में टीम मैनेजमेंट ने रविंद्र जडेजा से भी ऊपर वॉशिंगटन सुंदर को भेजने का फैसला किया। यह फैसला मानो भारतीय टीम के लिए वरदान बन गया। सुंदर जडेजा संग मिलकर क्रीज पर खूंटा गाड़कर खड़े हो गए। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 203 रनों की अटूट पार्टनरशिप जमाई और टीम की हार को टाल दिया। सुंदर ने कुल 206 गेंदों का सामना किया और वह 101 रन बनाकर नाबाद रहे। सुंदर के बल्ले से इस दौरान 9 चौके और एक सिक्स निकला।
मैच को ड्रॉ कराने के बाद सुंदर ने बताया कि टेस्ट के पांचवें दिन सुबह के समय गौतम गंभीर ने उनसे कुछ शब्द कहे थे और उन्होंने बस उसी पर गौर किया। सुंदर ने जियोहॉटस्टार के साथ बातचीत करते हुए गंभीर से मिले गुरुमंत्र का खुलासा किया। उन्होंने कहा, "यह टेस्ट शतक काफी स्पेशल है। मैं बस पूरे दिन लड़ते रहना चाहता था और सिर्फ यही मैसेज मुझे कोच गंभीर द्वारा दिया गया था।"
टीम इंडिया ने टाली हार
पहली पारी के आधार पर इंग्लैंड के पास 311 रनों की बढ़त थी। हर कोई इस टेस्ट में भारतीय टीम की हार लगभग तय मान रहा था। हालांकि, इंडियन बैटर्स ने लड़ने की ठानी। शुभमन गिल और केएल राहुल की जोड़ी इंग्लिश गेंदबाजों के आगे अड़ गई और उन्होंने चौथे दिन मोर्चा संभाले रखा। राहुल ने 90 रन बनाए, तो शुभमन गिल ने सीरीज में एक और शतक जमाया। यह दोनों आउट हुए, तो भारतीय फैन्स की एक बार को सांसें अटक गईं। हालांकि, सुंदर और जडेजा ने 203 रनों की अटूट साझेदारी जमाते हुए इंग्लैंड के अरमानों पर पानी फेर दिया।