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‘संन्यास’ के बाद चेतेश्वर पुजारा का क्यों आया दिल का दर्द बाहर? युवा क्रिकेटर्स को दी नसीहत.. ‘मेरे जैसा न बनना’ 

Cheteshwar Pujara: संन्यास लेने के बाद पहली बार नंबर 3 के सुपरस्टार खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा के दिल का दर्द अब बाहर आया है। उन्होंने युवा खिलाड़ियों को नसीहत देते हुए अपने जैसा न बनने को कहा है।

Cheteshwar Pujara

Cheteshwar Pujara: भारतीय टीम के सुपरस्टार खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा बोल दिया। लंबे समय से मैदान के बाहर चल रहे पुजारा को सम्मानजनक विदाई नहीं मिली। पुजारा जैसे खिलाड़ी युवा स्टार्स के लिए हीरो हैं, लेकिन खुद चेतेश्वर का ऐसा मानना नहीं है। संन्यास लेने के बाद पहली बार नंबर 3 के सुपरस्टार खिलाड़ी पुजारा के दिल का दर्द अब बाहर आया है। उन्होंने युवा खिलाड़ियों को नसीहत देते हुए अपने जैसा न बनने को कहा है। 

चेतेश्वर पुजारा के दिल का दर्द आया बाहर! 

टीम इंडिया के सबसे बड़े मैच विनर होने के बाद भी चेतेश्वर पुजारा को वो सम्मान नहीं मिला। इंडिया टुडे से बात करते हुए पुजारा ने युवा खिलाड़ियों का सलाह देते हुए कहा, ‘सच कहूँ तो, मैं किसी भी युवा खिलाड़ी को सिर्फ टेस्ट फॉर्मेट पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह नहीं दूंगा क्योंकि समय बदल रहा है। वाइट बॉल का खेल लोकप्रिय है, और आगे जो भी हो, उसके अनुसार ढलना जरूरी है। भविष्य निश्चित रूप से टेस्ट मैचों के साथ-साथ वाइट बॉल वाले क्रिकेट का है।’ 

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टेस्ट क्रिकेट के भविष्य को लेकर बोलते हुए पुजारा ने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट कहीं नहीं जा रहा है, यह जिंदा रहेगा। लेकिन एक युवा खिलाड़ी को टेस्ट मैचों में चुने जाने के लिए, आपको आईपीएल या भारत की टी20I और वनडे टीमों में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। अगर आप एक अच्छे वाइट बॉल के खिलाड़ी नहीं हैं, तो टेस्ट टीम में जगह बनाने की संभावना बहुत कम है। कुछ अपवाद हो सकते हैं, रणजी ट्रॉफी से एक असाधारण खिलाड़ी चुना जा सकता है—लेकिन ऐसे मामले बहुत कम हैं। टेस्ट टीम में जगह बनाने के लिए आपको रणजी या दलीप ट्रॉफी में बहुत अच्छा प्रदर्शन करना होगा। हालाँकि, आसान रास्ता वाइट बॉल के फॉर्मेट से है।’ 

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सिर्फ टेस्ट खेलने की पुजारा नहीं देंगे सलाह 

युवा भारतीय खिलाड़िय़ों को सलाह देने के सवाल पर चेतेश्वर पुजारा ने अपने इस इंटरव्यू में कहा, ‘ मैं किसी भी युवा खिलाड़ी को तीनों फॉर्मेट में खेलने का लक्ष्य रखने की सलाह दूँगा। मैं बाकी फॉर्मेट से चूक गया, और मैं किसी और को ऐसा करने की सलाह नहीं दूँगा। उन्हें अभी भी टेस्ट क्रिकेट खेलने की ख्वाहिश रखनी चाहिए, यही सर्वश्रेष्ठ प्रारूप है। अगर आप सम्मान चाहते हैं और सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर बनना चाहते हैं, तो आपको न केवल लाल गेंद वाले क्रिकेट में खेलना होगा, बल्कि उसमें सफलता भी हासिल करनी होगी।टेस्ट में सफल होने के लिए, मुझे वाइट बॉल क्रिकेट का त्याग करना पड़ा। मुझे ऐसा करने में खुशी हुई।’ 

आईपीएल में खेलने को लेकर चेतेश्वर पुजारा ने कहा ‘आपने आईपीएल का ज़िक्र किया। मैं इसका हिस्सा रहा हूँ, लेकिन मुझे कॉन्ट्रैक्ट से हाथ धोना पड़ा क्योंकि मुझे टेस्ट खिलाड़ी का दर्जा दिया गया था। जब आप देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हों और किसी और चीज़ से चूक जाएँ, तो आपको उसके लिए तैयार रहना चाहिए। लेकिन मेरे लिए, कोई पछतावा नहीं है। अगर मुझे तीनों प्रारूपों में खेलने या आईपीएल में नियमित रूप से खेलने का मौका मिलता, तो मैं ज़रूर इसे चुनता।…लेकिन मुझे चुनना था, और मेरे लिए, वह टेस्ट क्रिकेट था। मुझे खुशी है कि मैंने इसे चुना और मैं अपने करियर में जो कुछ भी हुआ उससे बहुत संतुष्ट हूँ।’

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