नई दिल्ली: क्रिकेट की शीर्ष संस्था इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने सोमवार को बड़े बदलावों का ऐलान किया। आईसीसी ने सौरव गांगुली के नेतृत्व वाली पुरुष क्रिकेट समिति और महिला क्रिकेट समिति की सिफारिशों को मंजूरी देने के बाद खेल की स्थिति में बदलाव की घोषणा की। तीन बड़े बदलाव 1 जून से लागू होंगे। नए नियम सॉफ्ट सिग्नल, हेलमेट की अनिवार्यता और फ्री हिट से संबंधित हैं।
सॉफ्ट सिग्नल किया खत्म
पहला बदलाव सॉफ्ट सिग्नल के लिए किया गया है। आईसीसी ने सॉफ्ट सिग्नल को खत्म कर दिया है। ग्राउंड अंपायरों को अब टीवी अंपायर के लिए डिसिजन रेफर करते समय सॉफ्ट सिग्नल देने की जरूरत नहीं होगी। पहले कंफ्यूजन की स्थिति में पहले ग्राउंड अंपायर एक सिग्नल देते थे- जिसे सॉफ्ट सिग्नल कहा जाता था। इसके बाद वह थर्ड अंपायर को डिसिजन रेफर करते।
आईसीसी ने कहा- मैदानी अंपायर कोई भी निर्णय लेने से पहले टीवी अंपायर से परामर्श करेंगे। पिछले कुछ वर्षों में क्रिकेट समिति की बैठकों में सॉफ्ट सिग्नल्स पर चर्चा की गई है। समिति ने इस पर विस्तार से विचार किया और निष्कर्ष निकाला कि सॉफ्ट सिग्नल अनावश्यक हैं। ये कई बार भ्रमित करने वाले भी थे क्योंकि कैच के रेफरल रिप्ले से कई बार निर्णय लेने में असमंजस की स्थिति बन जाती है।
हेलमेट पहनना होगा जरूरी
अन्य बड़ी घोषणाओं में हाई रिस्क पोजिशन पर हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। हेलमेट इन तीन जगहों पर जरूरी होगा:
- जब बल्लेबाज तेज गेंदबाजों का सामना कर रहे हों।
- जब विकेटकीपर स्टंप तक खड़ा हो।
- जब फील्डर विकेट के सामने बल्लेबाज के करीब हो।
फ्री हिट नियम में किया गया ये बदलाव
वहीं फ्री हिट नियम में एक मामूली बदलाव किया गया है। नए नियम के अनुसार, जब फ्री हिट गेंद स्टंप्स पर हिट करेगी तो इस पर बने रन गिने जाएंगे। इसका मतलब यह होगा कि अगर किसी बल्लेबाज को फ्री हिट पर बोल्ड किया जाता है और रन बनते हैं, तो उन्हें बल्लेबाज के खाते में जोड़ा जाएगा। नए नियम 1 जून 2023 को इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच लॉर्ड्स टेस्ट के साथ लागू होंगे, जो चार दिवसीय टेस्ट मैच है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 7 जून से शुरू होने वाले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में भी ये नियम लागू रहेंगे।