Ashes 2023: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में शुभमन गिल के शॉट पर कैमरुन ग्रीन के कैच के बाद से शुरू हुआ विवाद एशेज तक पहुंच गया है। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच लॉर्ड्स में खेले जा रहे टेस्ट में भी मिचेल स्टार्क ने कुछ ऐसा ही कैच पकड़ा जिसमें बॉल ने बाद में गेंद को मैदान को छू लिया। हालांकि इस बार थर्ड अंपायर ने बल्लेबाज का पक्ष लिया और इस कैच को गलत करार दे दिया। ये हर तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है और अब इसे लेकर आईसीसी ने भी अपना पक्ष रखा है।
मिचेल स्टार्क ने दौड़ते हुए लपका बेहतरीन कैच
दरअसल, लॉर्ड्स में खेले जा रहे पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले के चौथे दिन सेकेंड सेकेंड लास्ट ओवर में ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए कैमरोन ग्रीन गेंदबाज थे। बल्लेबाज बेन डकेट थे, जो अर्धशतक जड़ चुके थे। ग्रीन ने शॉर्ट गेंद फेंकी तो उन्होंने रैंप शॉट खेला, लेकिन गेंद फाइन लेग पर खड़े मिचेल स्टार्क के बाएं ओर चली गई। स्टार्क दौड़ते हुए गेंद तक पहुंच गए और उन्होंने इसे पकड़ भी लिया हालांकि इसके बाद उन्होंने मैदान पर स्लाइड मारी जिसमें गेंद का कुछ हिस्सा मैदान पर भी टच हो गया।
अंपायर ने बल्लेबाज का लिया पक्ष
कैच पकड़ने के बाद जहां ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी सेलिब्रेट कर रहे थे वहीं बेन डकेट थर्ड अंपायर से क्रॉस चेक कराना चाहते थे। जिसके बाद निर्णय थर्ड अंपायर के पास गया। अंपायर ने पाया कि मिचेल स्टार्क ने कैच तो पकड़ लिया है, लेकिन जब गेंद और जमीन का संपर्क हुआ तो वह कंट्रोल में नहीं थे, क्योंकि स्लाइड कर रहे थे। ऐसे में उन्होंने कैच को सही नहीं माना और बेन डकेट नॉटआउट करार दिए गए। इसके बाद इस फैसले पर बवाल मच गया।
बेन डकेट को क्यों किया गया नॉटआउट करार?
बेन डकेट को नॉटआउट करार दिए जाने के बाद इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया और कई लोगों ने थर्ड अंपायर के निर्णय पर सवाल खड़े कर दिए। इसी बीच आईसीसी ने इसे लेकर स्पष्टीकरण जारी किया है और क्रिकेट के नियमों के मुताबिक इस निर्णय को सही करार दिया है।
एमसीसी के क्रिकेट नियमों के क्लॉज 33.3 में कहा गया है कि "कैच पकड़ने का कार्य उस समय से शुरू होगा जब गेंद पहली बार किसी फील्डर के संपर्क में आती है और तब समाप्त होगा जब एक फील्डर गेंद और अपने मुवमेंट पर पूरी तरह से संतुलन प्राप्त कर लेता है।'
इस मामले में, तीसरे अंपायर माराइस इरास्मस ने कैच की समीक्षा करते हुए माना कि जब गेंद टर्फ से टकराई थी तो स्टार्क अपने मूवमेंट पर नियंत्रण में नहीं थे।एमसीसी ने ट्विटर पर इसकी फिर से पुष्टि की और लिखा कि "नियम 33.3 स्पष्ट रूप से कहता है कि कैच तभी पूरा होता है जब फील्डर का 'गेंद और उसकी गति पर पूरा नियंत्रण'। गेंद उससे पहले ज़मीन को नहीं छू सकती। इस विशेष घटना में, मिचेल स्टार्क, अभी भी फिसल रहे थे क्योंकि गेंद ज़मीन को रगड़ रही थी, इसलिए वह अपनी गति पर नियंत्रण में नहीं थे।" ऐसे में इस कैच को वेद्य नहीं करार दिया।
मजबूत स्थिति में ऑस्ट्रेलिया
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच लॉर्ड्स में खेले जा रहे एशेज के दूसरे टेस्ट का आज आखिरी दिन है। मैच में फिलहाल ऑस्ट्रेलिया ने पकड़ बना रखी है और वह जीत के बेहद करीब है। मैच के अंतिम दिन ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए जहां 6 विकेट चाहिए वहीं इंग्लैंड के लिए मुश्किल की घड़ी है। उसे जीत के लिए 257 रन बनाने हैं और मैच ड्रॉ कराने के लिए पूरे 90 ओवर बल्लेबाजी करना जरूरी है।