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इंग्लैंड में इग्नोर होने से टूटकर बिखर गए Abhimanyu Easwaran! कॉल पर ही हुए भावुक, कोच गंभीर ने किया वादा

Abhimanyu Easwaran: अभिमन्यु ईश्वरन के पिता ने बताया है कि ओवल टेस्ट में मौका ना मिलने की वजह से वह बुरी तरह से टूट गए थे।

Abhimanyu Easwaran

Abhimanyu Easwaran: साल 2022 से सिर्फ इंतजार और इंतजार। टेस्ट टीम में तो मौका मिलता है, लेकिन तीन साल से यह खिलाड़ी विदेशी सरजमीं में मैदान पर जाकर महज पानी पिलाने का काम करता है। यह अनलकी बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन हैं। वही अभिमन्यु जो इंग्लैंड दौरे पर अपने टेस्ट डेब्यू का सपना लेकर गए थे। हालांकि, एक बार फिर वही कहानी रही और अभिमन्यु बेंच पर आराम ही करते रह गए। शुरुआती चार टेस्ट मैचों में मौका नहीं मिला।

मगर ओवल में प्लेयर्स के इंजर्ड होने के बाद एक उम्मीद जगी थी कि अभिमन्यु का लंबा इंतजार शायद खत्म हो जाएगा। मगर एक बार फिर सपना साकार नहीं हो सका। ओवल टेस्ट में इग्नोर होने के बाद अभिमन्यु बुरी तरह से टूट गए। उन्होंने अपने पिता को कॉल किया और बात करते हुए ही वह भावुक हो गए। इस बात का खुलासा खुद अभिमन्यु के पिता ने किया है।

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टूट गए अभिमन्यु

अभिमन्यु के पिता ने एक यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए बताया, "मेरा बेटा अब बेंगलुरु के लिए उड़ान भरेगा और वहां जाकर दिलीप ट्रॉफी की तैयारी करेगा। वहां पर वो 10 से 12 दिन रहेगा और फिर कुछ दिनों के लिए देहरादून वापस आएगा। पांचवें टेस्ट में मौका ना मिलने की वजह से अभिमन्यु काफी परेशान था। अभिमन्यु को उम्मीद थी कि ओवल टेस्ट में उसे मौका दिया जाएगा। मैंने अपने बेटे से कहा कि आपने अपने सपने को जिया है। इस पर अभिमन्यु ने कहा कि मैं समझता हूं, मैंने 23 साल अपने ड्रीम को जिया है और एक या दो मैचों में मौका ना मिलने की वजह से मैं बिखर नहीं जाऊंगा। वह बुरी तरह से टूट गया था, क्योंकि उसे चांस नहीं दिया गया था। जब मैंने उसे कॉल किया तो उसने कहा, पापा मुझे अभी भी मौका नहीं मिला।"

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गंभीर ने किया वादा

अभिमन्यु के पिता ने बताया कि टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने उनसे वादा किया है कि बल्लेबाज को पर्याप्त चांस दिए जाएंगे। उन्होंने बताया, "गौतम गंभीर ने जब मेरे बेटे से बात की, तो उन्होंने अभिमन्यु को भरोसा दिलाया और कहा कि तुम एकदम सही चीज कर रहे हो। गंभीर ने अभिमन्यु से कहा कि तुम्हारी बारी जल्द आएगी और आपको पर्याप्त मौके मिलेंगे। मैं आपको एक या दो मैचों के बाद टीम से बाहर नहीं करूंगा। मेरे बेटे ने गंभीर से हुई बातचीत के बारे में यह सबकुछ बताया। पूरी कोचिंग टीम ने अभिमन्यु को भरोसा दिलाया है कि उन्हें मौके दिए जाएंगे। मेरा बेटा चार साल से इंतजार कर रहा है। उसने 23 साल कड़ी मेहनत की है।"


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