क्रिकेट के वन-डे फॉर्मेट में रोहित शर्मा को दुनिया के सबसे खतरनाक और कामयाब बल्लेबाज़ों में गिना जाता है. रोहित इकलौते ऐसे बल्लेबाज़ हैं जिनके नाम वन-डे फॉर्मेट में 3-3 दोहरे शतक का रिकॉर्ड दर्ज है. भारत को अपनी कप्तानी में वन-डे फॉर्मेट की 2025 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जिताने वाले रोहित अब सिर्फ इसी फॉर्मेट में खेलते हुए दिखेंगे. लेकिन टी20 और टेस्ट से संन्यास की खबर के बाद, अब रोहित के वन-डे फॉर्मेट से भी संन्यास की संभावित घड़ी का खुलासा खुद उनके कोच ने किया है.
कोच ने खोला रोहित का राज़
दरअसल रोहित के बचपन के कोच रहे दिनेश लाड ने बड़ी बात कही है. दिनेश लाड के मुताबिक अगर रोहित ने टी20 के बाद सिर्फ टेस्ट क्रिकेट को ही अलविदा कहा है, तो इसके पीछे एक बड़ी वजह है. दिनेश रोहित को बहुत करीब से जानते हैं, खुद रोहित भी अपने दिल की कई बातें उनके साथ साझा करते रहते हैं. दिनेश की मानें तो रोहित शर्मा का लक्ष्य 2027 में होने वाला अगला आईसीसी वन-डे वर्ल्ड कप जीतना है. जिसके लिए वो खुद को 2027 में एक और मौका देना चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'रोहित का लक्ष्य 2027 वन-डे वर्ल्ड कप जीतना और फिर संन्यास लेना है.'
2023 में रोहित चूके थे मौका
गौरतलब है कि रोहित शर्मा टी20 फॉर्मेट में 2 मौकों पर वर्ल्ड कप जीतने वाली, जबकि वन-डे फॉर्मेट में भी 2 मौकों पर आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे. लेकिन जब भारत ने 2011 में वन-डे वर्ल्ड कप जीता था तो वो उस टीम का हिस्सा नहीं थे. 2023 में रोहित की कप्तानी में ही टीम इंडिया भारत में खेले गए वन-डे वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंची, हालांकि वहां भी ये मौका ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद उनसे छिन गया. 2027 का अगला वर्ल्ड कप अक्टूबर और नवंबर 2027 में साउथ अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नामीबिया में खेला जाएगा. रोहित का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला वन-डे फॉर्मेट में अपने करियर को लंबा खींचने की एक सोची-समझी रणनीति के तहत लिया गया है.
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