Cheteshwar Pujara On Test Cricket: भारत के अनुभवी टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा किसी पहचान के मोहताज नहीं है। उन्होंने अपने खेल के दम पर दुनियाभर में जमकर नाम कमाया है। उन्होंने अब क्रिकेट के अपने सबसे फेवरेट फॉर्मेट टेस्ट को लेकर अपनी राय रखी है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह धारणा पूरी तरह सही नहीं है कि केवल आक्रामक क्रिकेट ही टेस्ट फॉर्मेट का भविष्य है।
उन्होंने हाल ही में सीनियर स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट विमल कुमार से बात करते हुए टेस्ट क्रिकेट को लेकर अपनी गहरी सोच साझा की। उनके मुताबिक, सिचुएशन के अनुसार खेलना ही टेस्ट क्रिकेट की असली कला है। उन्होंने कहा, 'यह कहना कि सिर्फ आक्रामक खेल ही टेस्ट क्रिकेट को आगे ले जा सकता है, पूरी तरह सच नहीं है। टेस्ट क्रिकेट में सफलता की असली कुंजी यह है कि आप सिचुएशन के अनुसार खेलें।'
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टेस्ट क्रिकेट को लेकर क्या बोले पुजारा?
उन्होंने समझाया कि बल्लेबाज को यह तय करना आना चाहिए कि कब आक्रामक होना है और कब संयम से खेलना है। उन्होंने कहा, 'फ्लैट विकेट पर आपको स्पीड से रन बनाना चाहिए। 80 या यहां तक कि 100 की स्ट्राइक रेट से भी, लेकिन जब हालात मुश्किल हों, गेंदबाज हावी हो रहे हों, तो आपको उनका सम्मान करना होता है।'
गेम को पढ़ना ही सब कुछ है- पुजारा
पुजारा ने यहां विशेष रूप से SENA देशों (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) में बैटिंग के महत्व को समझाते हुए कहा, 'इन देशों में नई गेंद बहुत खतरनाक होती है। ऐसे में दबाव को झेलना और सही समय पर रन बनाना बहुत जरूरी होता है। टेस्ट क्रिकेट में गेम को पढ़ना ही सब कुछ है।'
वर्तमान समय में ‘बैजबॉल’ जैसी आक्रामक रणनीतियां चर्चा में हैं, लेकिन पुजारा का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट की सुंदरता हमेशा से बैलेंस और परिस्थिति की समझ में रही है। उनके मुताबिक टेस्ट क्रिकेट सिर्फ रन बनाने का खेल नहीं है, यह सोच, रणनीति, और धैर्य का खेल है।
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