Rakesh Astronaut On Moon: चंद्रयान-3 कुछ घंटे बाद चंद्रमा की सतह पर उतरने वाला है। इसके साथ ही ऐसा करने वाला भारत विश्व का चौथा देश बन जाएगा। इससे पहले रूस, चीन और अमेरिका ही चांद पर इस तरह का मिशन कामयाबी के साथ कर पाए हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) बुधवार शाम को 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान-3 को चंद्रमा की सतह पर लैंड कराएगा।
इस बीच लोग 39 साल पहले रचे गए इतिहास को याद कर सोशल मीडिया पर इसका जिक्र कर रहे हैं। दरअसल, राकेश शर्मा ने 3 अप्रैल, 1984 को अंतरिक्ष पर कदम रखा था। इस दौरान तत्काल प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने राकेश शर्मा से बातचीत भी की थी। इंदिरा से उन्होंने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि मेरी सेहत बहुत अच्छी है, हम जरूरत से ज्यादा खा रहे हैं।’
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इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा था -दरअसल, कल जब हमारी डॉकिंग हुई तो क्रू मेंबर्स पहले से ही यहां मौजूद थे, उन्होंने हमारे लिए खाना तैयार किया था। मेज़ पर मेज़पोश रखा हुआ है। फूल तैयार थे, वे प्लास्टिक के थे, ताजे फूल यहां नहीं मिलते और हमने गर्म खाना खाया। यहां कोई समस्या नहीं है और जैसा कि आप देख सकते हैं, हम सभी आनंद ले रहे हैं।’
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इससे पहले इंदिरा ने पूछा था कि ऊपर से भारत कैसा दिखता है आपको? इस पर उन्होंने कहा था कि मैं बिना किसी हिचकिचाहट के कह सकता हूं, सारे जहां से अच्छा।
इंदिरा गांधी ने राकेश शर्मा को बधाई दी थी और कहा कि यह एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा था कि उम्मीद है कि यह युवाओं को प्रेरित करेगा और देश में अंतरिक्ष अन्वेषण के बारे में जागरूकता बढ़ाएगा। उसने उससे पूछा कि वह अंतरिक्ष में कैसा महसूस कर रहा है और क्या यह तुलनीय है कि पृथ्वी पर उसका प्रशिक्षण कितना कठिन था।
13 जनवरी, 1949 को पंजाब के पटियाला में जन्में राकेश शर्मा ने हैदराबाद से अपनी पढ़ाई पूरी करने से बाद 1966 में जुलाई महीने के दौरान नेशनल डिफेंस एकेडमी से वायुसेना के साथ जुड़ गए। इसके बाद बतौर टेस्ट पायलट साल 1970 में भारतीय वायुसेना से जुड़े और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भी अहम भूमिका निभाई थी।