Saphala Ekadashi 2025: पौष माह की कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि को सफला एकादशी का व्रत रखा जाता है. यह व्रत 15 दिसंबर 2025 को है. सफला एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने का महत्व होता है. सफला एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को श्रीहरि की कृपा से हर क्षेत्र में सफलता मिलती है. इससे व्यक्ति को किस्मत का पूरा साथ मिलता है. पौष माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी व्रत के शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व के बारे में जानते हैं.
सफला एकादशी 2025 शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त- सुबह में 05:17 से 06:12 तक
प्रातः सन्ध्या- सुबह में 05:44 से 07:06 तक
अभिजित मुहूर्त- सुबह 11:56 से दोपहर 12:37 तक
विजय मुहूर्त- दोपहर 2 बजे से दोपहर 02:41 तक
गोधूलि मुहूर्त- शाम में 05:24 से 05:51 तक
सायाह्न सन्ध्या- शाम में 05:26 से 06:48 तक
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सफला एकादशी 2025 पूजा विधि
सफलाा एकादशी का व्रत करने के लिए आप सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कर लें और साफ कपड़े पहनें. संभव हो तो पीले रंग के कपड़े पहनें. घर के मंदिर में चौकी स्थापित करें और भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें. भगवान के समक्ष दीपक जलाएं और फूल, माला, गंध, पीला चंदन, अक्षत आदि अर्पित करें. मंत्रों का जाप करें और आरती कर भगवान को फल और मिठाई का भोग लगाएं.
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सफला एकादशी 2025 महत्व
जीवन में सफलता, सुख-समृद्धि पाने और सभी कष्टों से मुक्ति के लिए सफला एकादशी का व्रत महत्वपूर्ण होता है. इस व्रत को करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है. सफला एकादशी का व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और पाप नष्ट होते हैं. आर्थिक तंगी दूर करने और मानसिक शांति के लिए यह व्रत करना लाभकारी होता है.
सफला एकादशी 2025 पूजा मंत्र
ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥
ॐ भूरिदा भूरि देहिनो , मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि। ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि
ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान। यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्टं च लभ्यते।।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है. News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है.