Jagannath Rath Yatra 2025 LIVE: भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा अपनी मौसी के घर, गुंडिचा मंदिर जाने की स्मृति में आयोजित किया जाता है। यह यात्रा भक्तों के लिए खुले माहौल में भगवान के प्रत्यक्ष दर्शन करने, उनके साथ-साथ चलने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का एक सुअवसर प्रदान करता है। इस भव्य और दिव्य यात्रा की शुरुआत हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि से होता है।
पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ के श्री मंदिर की रथ यात्रा सबसे खास होती है, लेकिन यह यात्रा भारत के हर शहर, कस्बा और गांव के जगन्नाथ मंदिर में पूरे विधि-विधान और धार्मिक उत्साह से निकाला जाता है।
पुरी में शुक्रवार की शाम 4 बजे रथ यात्रा शुरू हो गई थी। पहले दिन 200 मीटर तक बलभद्र भगवान का रथ खींचा गया था। इसके साथ ही सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ जी का रथ भी कुछ दूरी तक खींचा गया। सूर्यास्त के बाद रथ नहीं खींचे जाते हैं, इस कारण यात्रा रोक दी गई है। अब यह यात्रा 28 जून को शुरू की जाएगी और रथ 3 किलोमीटर दूर स्थित गुंडीचा मंदिर पहुंचेंगे। इसके बाद 9 दिन तक भगवान अपनी मौसी के यहां पर ही रहेंगे। 5 जुलाई को फिर भगवान वापस मुख्य मंदिर में लौट आएंगे। वहीं, अहमदाबाद में चल रही रथ यात्रा में 26 जून को ही प्रभु मंदिर तक पहुंच गए हैं।