Garuda Purana: धर्मशास्त्रों में गरुड़ पुराण का अपना एक अलग ही स्थान है. यह पुराण जीवन विभिन्न पहलुओं और नियमों का विस्तृत विवरण देती है. इसमें पति-पत्नी के संबंध को भी विशेष महत्व दिया गया है. इस ग्रंथ के मुताबिक, पत्नी को देवी स्वरूप मानकर सम्मान करना पुरुष का धर्म है. गरुड़ पुराण स्पष्ट रूप से बताती है कि पत्नी के प्रति क्रूरता करना सबसे बड़ा पाप है, जिसका परिणाम नरक की भयंकर यातनाओं और अगले जन्म में कष्टस्वरूप मिलता है. इसके माध्यम से जीवन में प्रेम, धैर्य और आदर की सीख मिलती है. आइए जानते हैं, पत्नी को कष्ट देने वालों के अंत के बारे में गरुड़ पुराण क्या कहता है?
पत्नी को समझें देवी
गरुड़ पुराण में स्पष्ट रूप से लिखा है कि पत्नी को देवी स्वरूप माना जाता है. वह घर की लक्ष्मी और धर्म की साथी होती है. पति का कर्तव्य है कि वह पत्नी का सम्मान करे और उसका दुख न बढ़ाए. पत्नी की सेवा और खुशी में ही परिवार का सुख छिपा है.
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क्रूरता का परिणाम
जो पुरुष पत्नी पर अत्याचार करता है, उसे गरुड़ पुराण के अनुसार नरक की सबसे भयंकर यातनाओं का सामना करना पड़ता है. पत्नी को मारना, पीटना या अपमान करना सबसे बड़ा पाप माना गया है. सिर्फ शारीरिक नहीं, मानसिक यातना भी बहुत भारी पाप है. ताने देना, उपेक्षा करना या बेइज्जत करना भी आत्मा को नरक के अंधकार में फंसा देता है.
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नरक की भयानक सजा
गरुड़ पुराण में नरक में भुगतने वाले दर्द का चित्रण बहुत ही डरावना है. यमदूत ऐसे पति को गर्म तेल में उबालते हैं, लोहे की कीलों पर लटकाते हैं और सांपों उसे काटते हैं. यह दर्द इतना भयंकर होता है कि सोच कर ही शरीर में सिहरन आ जाए.
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अगले जन्म में मिलता है ये परिणाम
नरक की यातनाओं के बाद भी ऐसे पुरुष का कर्म खत्म नहीं होता. अगली जन्म में उन्हें कीड़े, सांप या गंभीर रोग से ग्रसित शरीर में जन्म लेना पड़ता है. पत्नी का दुख देने वाला कभी सुखी जीवन नहीं पाता.
जानें प्रेम और सम्मान का महत्व
गरुड़ पुराण का सबसे बड़ा संदेश यही है कि पत्नी के साथ सच्चा प्रेम और सम्मान होना चाहिए. क्रोध में अपशब्द कहना या हाथ उठाना सबसे बड़ा पाप है. पति को चाहिए कि वह धैर्य रखे, पत्नी की भावनाओं का सम्मान करे और उसे खुश रखे.
घर का सुख पत्नी में है!
पति जब पत्नी को देवी मानकर उसका सम्मान करता है, तो उसे जीवन में सुख और मृत्यु के बाद स्वर्ग मिलता है. पत्नी की खुशी में ही घर की शांति और समृद्धि छिपी होती है. इसलिए गरुड़ पुराण हमें यह सीख देता है कि परिवार और समाज की भलाई के लिए पत्नी का आदर अत्यंत आवश्यक है.
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।