उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कैबिनेट की बैठक में अयोध्या और वाराणसी के विकास से जुड़े महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी है. अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय स्तर का संग्रहालय और वाराणसी में खेल प्रतिभाओं के लिए आधुनिक खेल सुविधाओं का निर्माण अब संभव हो गया है.
2 दिसंबर को हुई योगी कैबिनेट की बैठक में कुल 21 प्रस्ताव रखे गए थे, जिनमें से 20 को मंजूरी दी गई. अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद अब पर्यटन को और बढ़ावा देने के लिए वर्ल्ड क्लास म्यूजियम बनाने का निर्णय लिया गया है. इस संग्रहालय के लिए टाटा संस को पहले दी गई 25 एकड़ भूमि के अतिरिक्त 52.102 एकड़ और हस्तांतरित की जाएगी. इससे रामनगरी में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और अयोध्या को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर और मजबूती मिलेगी. वाराणसी में डॉ संपूर्णानंद सिगरा स्टेडियम को हाई-टेक बनाने के लिए एमओयू पास किया गया है. स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) यहां राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करेगा, जिससे खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण मिलेगा. इस केंद्र का वार्षिक व्यय लगभग 13.50 करोड़ रुपये होगा.
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इसके अलावा, कानपुर में 45,000 वर्ग मीटर नजूल भूमि पर मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनाने का प्रस्ताव पास हुआ. हर मंडल मुख्यालय में दिव्यांगजन पुनर्वास केंद्र (DDRC) स्थापित करने और संचालित करने का प्रस्ताव भी मंजूर किया गया. लोक निर्माण विभाग के प्रस्तावों में घाघरा पुल पर सुरक्षा ढांचा निर्माण, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर कार्य और इंटीग्रेटेड टाउनशिप पॉलिसी की मंजूरी शामिल रही. कानपुर और बरेली के लिए अमृत पेयजल योजना के दूसरे चरण के वित्तीय प्रावधान और मथुरा-वृंदावन एग्रो को वित्तीय प्रोत्साहन देने का प्रस्ताव भी कैबिनेट ने पास किया. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि ये निर्णय प्रदेश में खेल, पर्यटन, स्वास्थ्य और दिव्यांगजन कल्याण में बड़ा बदलाव लाएंगे.
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